भर्ती का रिजल्ट जारी हुए एक साल बीता, लेकिन नहीं मिली नियुक्ति; विरोध में चयनित अभ्यर्थियों का प्रदर्शन
भोपाल : मध्यप्रदेश में स्कूल शिक्षा विभाग व आदिम जाति कल्याण विभाग के अंतर्गत 30,594 से अधिक शिक्षकों की भर्ती अटकी है। इसमें स्कूल शिक्षा विभाग व आादिम जाति कल्याण विभाग के तहत उच्च माध्ममिक शिक्षक के 19220 पदों पर भर्ती होनी है। इसके लिए प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी) ने 28 अगस्त 2019 को उच्च माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा का रिजल्ट घोषित किया था। एक साल पूरे होने पर भी नियुक्ति नहीं हुई तो चयनित उम्मीदवारों ने भोपाल सहित प्रदेशभर में रिजल्ट की कॉपियां जलाकर बरसी मनाई और विरोध जताया।
उम्मीदवारों ने बताया कि उन्हें कई जिलों में सार्वजिनिक प्रदर्शन की मंजूरी नहीं मिली। इसलिए उन्होंने अपने-अपने घरों में रहकर ही विरोध प्रदर्शन किया। उच्च माध्यमिक शिक्षक के अलावा माध्यमिक शिक्षक भर्ती के 11374 पदों पर भर्ती होनी है। इसके लिए भी कोई प्रक्रिया शुरू नहीं की जा रही है। इसके चलते उम्मीदवार अब 5 सितंबर यानि शिक्षक दिवस को काले दिवस के रूप में मनाने की तैयारी कर रहे हैं। वहीं दोनों तरह के पदों के लिए भर्ती निकले 2 साल पूरे होने वाले हैं। सितंबर 2018 में पीईबी ने भर्ती के लिए पात्रता परीक्षा की विज्ञप्ति जारी की थी।
उम्मीद है एक-दो महीने नियुक्ति मिल जाएगी
भोपाल की नेहा चौहान ने बताया कि उनका चयन हिंदी विषय से उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती के लिए हुआ था। शिक्षक पात्रता परीक्षा का रिजल्ट आने पर उन्होंने पहली नौकरी छोड़ दी थी, क्योंकि किसी भी संस्थान से नौकरी छोड़ने से पहले एक महीने का नोटिस देना जरूरी होता है।
उम्मीद भी थी रिजल्ट आने अगले एक-दो महीने में उच्च माध्यमिक शिक्षक के रूप में नियुक्ति मिल जाएगी। लेकिन अभी तक नियुक्ति नहीं मिल सकी है। वे इंदौर के एक प्राइवेट स्कूल में शिक्षक थीं। यहां उन्हें 18 हजार रुपए मासिक वेतन मिलता था। अब एक साल से बेरोजगार हैं। इसी तरह अन्य उम्मीदवारा भी आर्थिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहे हैं। लेकिन उन्हें नियुक्ति नहीं दी जा रही है।