उपचुनाव की तैयारी बाद में करिये पहले किसानों की फसल का सोचिये : कमलनाथ
मध्य प्रदेश : पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने किसानों की समस्या को उठाते हुए शिवराज सरकार को घेरने की कोशिश की है. उन्होंने कहा है कि प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश से सोयाबीन की फसल खराब हो गई है. इसके बाद भी शिवराज सरकार और जिम्मेदार मौन हैं. किसानों की सुध नहीं ली जा रही है. प्रदेश में एक बार फिर किसान विरोधी सरकार आ गई है. किसान परेशान है और सरकार उपचुनाव की तैयारियों में लगी है.
प्रदेश का किसान जो दर्द झेल रहा है उसे राजनीती से नहीं दिल से समझो
कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश के कई हिस्सों से सोयाबीन की फसल खराब होने की खबरें सामने आ रही हैं. कहीं भारी बारिश के कारण, कहीं व्हाइट फ़्लाई, कही स्टेम फ़्लाई, कहीं येलो मोज़ेक वाइरस की चपेट में सोयाबीन की फसल आ चुकी है. अधिकांश जगह सोयाबीन के पत्ते पीले पड़ने से लेकर पौधे सूखने और अफलन की निरंतर शिकायतें सामने आ रहीं हैं.
एक तरफ कोरोना तो दूसरी तरफ फसल नुकसान
इधर, प्रोटेम स्पीकर खेतों में पहुंचे, किसानों ने खराब फसल दिखाई प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा गुरुवार को 45 गांवों में किसानों के बीच पहुंचे थे. उन्होंने खेतों में जाकर सोयाबीन की फसल देखी. प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से अतिवर्षा से चौपट सोयाबीन का मुआवजा दिया जाएगा. हुज़ूर विधानसभा के लगभग ऐसे 45 से अधिक गांवों का दौरा स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने भौरी, बरखेड़ा सालम, सपेरा बस्ती, बकानिया, पाटनिया, तूमड़ा, फंदा, साइसता खेड़ी, टीला खेड़ी, खारपा, खारपी, कोडिया, बढझिरी, सर्वर, खुरचनी, रातीबड़, सिकंदराबाद, ईंटखेड़ी, लखा पुर, खजूरी आदि गांवों के किसानों के बीच पहुंचे.