अब कसेगा शिकंजा जब अपने ही गढ़ में घिरेंगे सिंधिया
राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया को उनके ही गढ़ में घेरने की तैयारी कांग्रेस पूरी तरह कर रही है. पीसीसी के निर्देश पर शुक्रवार की शाम को शहर जिला कांग्रेस कार्यालय में जिला अध्यक्ष डॉ. देवेंद्र शर्मा की मौजूदगी में आपात बैठक बुलाई गई. बैठक में जिला प्रशासन द्वारा गांधीजी की प्रतिमा के सामने धरना देने की इजाजत नहीं देने पर रोष जताया. बैठक में ग्वालियर-चंबल अंचल से कांग्रेसी नेताओं व कार्यकर्ताओं को बुलाकर कांग्रेस कार्यालय से फूलबाग तक कूच करने का निर्णय लिया गया है. विरोध में कांग्रेसी हाथों में तख्तियां, काले झंडे व काली पट्टी बांधेंगे. कांग्रेस ने भाजपा व ज्योतिरादित्य सिंधिया से 5 सवाल भी पूछे हैं? इसमें कोरोना संक्रमण सदस्यता अभियान व अटेर में दिए गए भाषण को शिवराज को याद दिलाया गया है. संभागीय मीडिया प्रभारी केके मिश्रा ने कहा कि इन सवालों के जवाब भाजपा व सिंधिया को नैतिक साहस दिखाते हुए देने चाहिए.
शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. देवेंद्र शर्मा ने बताया कि शहर जिला कांग्रेस ने विधिवत तीन दिन तक अलग-अलग स्थानों पर शांतिपूर्ण धरना देने की इजाजत जिला प्रशासन से मांगी थी. वहीं कोरोना संक्रमण काल में जिला प्रशासन ने भाजपा को इतने बड़े कार्यक्रम की इजाजत कैसे दे दी. कांग्रेस इसके विरोध में धरना देना चाहती थी. शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने बताया कि जिला प्रशासन ने इसकी इजाजत नहीं दी है. इस पर बैठक में मौजूद नेताओं ने आक्रोश जताया.
पूर्व मंत्री बालेंदु शुक्ला ने बताया कि बैठक में निर्णय लिया गया कि ग्वालियर-चंबल अंचल से सभी कार्यकर्ताओं को शनिवार की सुबह 9 बजे बुलाया जाए. कांग्रेस का दावा है कि बड़ी संख्या में कांग्रेसी हाथों में काले झंडे लेकर फूलबाग की तरफ कूच करेंगे.
पीसीसी ने अंचल के नेताओं को ग्वालियर भेजा. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने पूर्व मंत्री डॉ. गोविंद सिंह, लाखन सिंह सहित अंचल के सभी कांग्रेसी विधायकों से चर्चा कर शनिवार को सिंधिया को उन्हीं के गढ़ में घेरने की कोई कसर नहीं छोड़ने के निर्देश दिए हैं.