स्वतंत्रता दिवस पर मध्यप्रदेश की जनता के नाम कमलनाथ का संदेश, कहा- लोकतंत्र की रक्षा के लिए जनता सच्चाई का साथ दे
भोपाल। स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर मध्यप्रदेश की जनता के नाम पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश की जनता को संदेश दिया। अपने संदेश में उन्होंने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लोकतंत्र की परंपराओं को समझने और प्रदेश में सत्ता के उलटफेर के संदर्भ में प्रदेश के सियासी घटनाक्रम को समझने और सच्चाई का साथ देने की अपील की है। कमलनाथ ने प्रदेश की जनता के नाम संदेश दिया. उन्होंने कहा लोकतंत्र और संविधान को मजबूत बनाने के लिए सभी लोगों को एकजुट होने की अपील की। इसके साथ ही कहा आप सभी सच्चाई को पहचानें और सच्चाई का साथ देने का संकल्प लें।
बड़े फैसले
जनता के नाम संदेश में कमलनाथ ने कहा, मुख्यमंत्री के तौर पर 15 महीने काम किया. कम समय में हमारी सरकार ने बड़े फैसले किए। 27 लाख किसानों का कर्ज़ माफ किया गया। तीसरे चरण में 1 जून 2020 से पांच लाख किसानों के कर्ज माफी की योजना पर अमल होना था प्रदेश के युवाओं का भविष्य सुरक्षित करने के लिए उद्योग जगत में निवेश के लिए विश्वास का माहौल बनाया गया। आर्थिक गतिविधियों को बढ़ाने पर कांग्रेस सरकार का जोर रहा, ताकि प्रदेश की एक नयी पहचान, प्रोफाइल बन सके। प्रदेश की पहचान माफिया और मिलावट खोर के रूप में हो गई थी। जिसके खिलाफ मेरी सरकार ने सख्ती से अभियान चलाया था।
15 महीने की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कांग्रेस सरकार ने बिजली उपभोक्ताओं को ₹100 में 100 यूनिट बिजली और किसानों को सिंचाई पंप लगाने के लिए कम राशि लेने का प्रावधान किया था। कन्या विवाह की राशि बढ़ाकर ₹51000 और बुजुर्गों की पेंशन की राशि को बढ़ाकर ₹600 करने का फैसला लिया था। साथ ही प्रदेश में सबसे ज़्यादा गौशालाओं का निर्माण किया गया. कर्मचारियों के हित में महंगाई भत्ता लागू किया गया।
‘हमने की धर्म सेवा’
कमलनाथ ने याद दिलाया कि कांग्रेस सरकार ने आध्यात्मिक विभाग के जरिए राम वन गमन पथ योजना, उज्जैन में बाबा महाकाल मंदिर, ओंकारेश्वर मंदिर के विकास की योजना के लिए राशि मंजूर की गई थी। प्रदेश की जीवन रेखा नर्मदा और क्षिप्रा नदी को सुरक्षित करने के लिए अभियान शुरू किया गया था।
कोरोना वॉरियर्स को सैल्यूट
कमलनाथ ने अपने संदेश में कोरोना वॉरियर्स को सैल्यूट किया। उन्होंने कहा मेरा सपना है कि प्रदेश की एक अलग पहचान बने. प्रदेश समृद्ध और विकसित हो। मेरी सरकार ने प्रदेश में जो योजना शुरू की थी वह अब अधूरी है. खुशहाली लाने का दौर, जो हम ने शुरू किया था वह रुक गया है। मेरे सपनों का एक नया मध्य प्रदेश बनाने का मैं दोबारा संकल्प लेता हूं। कमलनाथ ने कहा त्याग और कुर्बानी के साथ महात्मा गांधी के नेतृत्व में देश आजाद हुआ। प्रजातंत्र के ढांचे में हमारा संविधान बना. आज इसकी रक्षा करना हमारा कर्तव्य है ताकि आने वाली पीढ़ियों को हम एक प्रजातांत्रिक चरित्र सौप सकें।
मार्मिक अपील
कमलनाथ के पिछली सरकार के फैसलों को लेकर बीजेपी सरकार लगातार हमलावर है। किसान कर्ज माफी मे बड़े भ्रष्टाचार का आरोप लगाने वाली बीजेपी ने पूरे योजना की जांच के लिए ग्रुप ऑफ मिनिस्टर बनाया है। यही कारण है कि 15 अगस्त के पहले कमलनाथ ने बीजेपी के तमाम आरोपों का जवाब देने की कोशिश की। उपचुनाव में उतरने से पहले उनकी ये अपील मार्मिक थी।