टायर कंपनी में गुड़ चना खिलाकर किया जा रहा है कोरोना का टेस्ट
ग्वालियर : कोरोना वायरस की जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग ICMR के द्वारा प्रमाणित किट का इस्तेमाल कर रहा है. वहीं ग्वालियर के बानमोर औद्योगिक क्षेत्र में स्थित जेके टायर इंडस्ट्रीज में एक अनूठे तरीके से जांच की जा रही है और इसे कोरोना से बचने का कारगर तरीका बताया जा रहा है. इंडस्ट्रीज में इन दिनों कोरोना से बचाव के लिए स्वाद-सुगंध की परीक्षा ली जा रही है. फैक्ट्री में आने वाले सभी कर्मचारियों की थर्मल स्क्रीनिंग तो की ही जाती है, साथ ही कर्मचारियों को एंट्री करने से पहले गुड़-चना खिलाकर और गुलाब जल सूंघाकर यह तस्सली की जाती है कि उसे स्वाद व सुगंध को पहचानने में कोई परेशानी तो नहीं हो रही.
कर्मचारियों को गुलाब जल के साथ चमेली, मोगरा का इत्र भी सुंघाया जाता है. फैक्ट्री के अनुसार यह तरकीब कामयाब हो रही है. जेके टायर के मुख्य महाप्रबंधक पी. कुलकर्णी ने बताया कि फैक्ट्री में करीब 1500 कर्मचारी काम करते हैं. फिलहाल शारीरिक दूरी का पालन कराने के लिए कम कर्मचारियों को बुलाया जा रहा है. सभी शिफ्ट के कर्मचारियों के लिए स्वाद-सुगंध का टेस्ट देना अनिवार्य है.
मालूम हो कि स्वाद, सुगंध व दुर्गंध महसूस न होना कोरोना संक्रमित होने के प्रमुख लक्षणों में से एक है. इसलिए यह व्यवस्था जेके टायर इंडस्ट्रीज ने लागू की गई है. दो दिन पहले एक कर्मचारी स्वाद-सुगंध महसूस नहीं कर पा रहा था, उसे ड्यूटी पर न लेकर कोरोना जांच के लिए भेजा गया, हालांकि उसकी रिपोर्ट आना बाकी है. इस व्यवस्था को मालनपुर, बाराघाटा, तानसेन नगर समेत अन्य औद्योगिक क्षेत्रों की इकाइयों में भी लागू करने करने पर विचार किया जा रहा है.