डम्पर देखा, व्यापम देखा और देखे मरते किसान ऐसे हैं अपने शिवराज महान
जब बात लोकप्रियता की आती है तो लोग समझ नहीं पाते की सकारात्मक लोकप्रियता की बात हो रही है या नेताओं के द्वारा किये गए कांड से जो उनको प्रसिद्धि मिली है उसकी बात हो रही है।
कुछ ऐसा ही मध्यप्रदेश में देखने को मिला लोकप्रियता में शिवराज कमलनाथ से बहुत आगे हैं उनकी सत्ता भी पंद्रह साल तक लगातार रही है मगर वहां की जनता को शिवराज इस कारण नहीं याद हैं की उन्होंने उनके या प्रदेश के विकास में कोई योगदान दिया है बल्कि उनके द्वारा किये गए कांड वहां की जनता के दिमाग में घर कर गया है।
आम जनता ने तो गाने तक बनाये हैं “डम्पर देखा, व्यापम देखा और देखे मरते किसान ऐसे हैं अपने शिवराज महान”
वही जब कमलनाथ की बात हुई तो लोगों को छिंदवाड़ा का विकास ही दिखा बाकि पंद्रह महीनों की सरकार में किसानों के कर्ज माफ़ी की यादें वहां की जनता में थी।
खैर कमलनाथ के विकास मॉडल के रूप में छिंदवाड़ा का जिक्र सभी के दिमाग में हैं, लोकप्रियता में भले ही शिवराज आगे हैं मगर सकारात्मक लोकप्रियता कमलनाथ के ही पक्ष में है मध्यप्रदेश की जनता चाहती है की कम से कम पांच साल कमलनाथ को मिलना चाहिए जिससे छिंदवाड़ा जैसे विकास में पूरा मध्यप्रदेश शामिल हो सके।