राजस्थान कांग्रेस की हैप्पी इंडिंग के बाद गहलोत-पायलट टसल गेम बाकी
जयपुर। कांग्रेस आलाकमान के दखल के बाद राजस्थान कांग्रेस की सरकार से संकट समाप्त होने के साथ करीब डेढ़ माह से चल रहा घमासान हैप्पी इंडिंग में बदल चुका है। लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच वर्चस्व को लेकर चल रहा टसल फिलहाल और बढ़ने की उम्मीद है।
इसका कारण कांग्रेस के विधायकों की नाराजगी का होना है। जैसलमेर में मंगलवार को गहलोत समर्थक विधायकों की मीटिंग में इसका नजारा देखने को मिला। वहीं इससे पहले कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने मंगलवार को कहा था कि उन्होंने पार्टी से किसी पद की मांग नहीं की है लेकिन वह चाहते हैं कि उनके साथ आवाज उठाने वाले विधायकों के खिलाफ कोई द्वेषपूर्ण कार्रवाई नहीं हो। अपने बगावती व्यवहार से राज्य की राजनीति में घमासान मचाने के बीच लगभग एक महीने बाद जयपुर लौटे पायलट ने उम्मीद जताई कि पार्टी आलाकमान द्वारा गठित तीन सदस्यीय समिति जल्द ही अपना काम शुरू करेगी।
लेकिन राजस्थान कांग्रेस में इसको लेकर गुटबंदी और अधिक अधिकार को लेकर अंदरूनी घमासान तेज हो सकता है। लेकिन इस लड़ाई में भाजपा को सिर्फ मुंह की खानी पड़ी है।