सत्रह मंगलवार : जीतू पटवारी ने कहा ‘शिवराज सिंह चौहान की चुप्पी अब भी कायम, नहीं दे रहे मिलने का समय’
भोपाल : जीतू पटवारी ने एक बार फिर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को घेरते हुए कहा है कि वो सत्रह मंगलवार से इंतज़ार कर रहे हैं, लेकिन उन्हें मिलने का समय नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नए साल में भी मध्य प्रदेश के किसानों के हिस्से निराशा ही आई है लेकिन शिवराज जी की चुप्पी उनके संघर्ष और पीड़ा का अपमान है। मध्य प्रदेश में कांग्रेस लगातार किसानों के मुद्दों को लेकर बीजेपी पर हमलावर है। कांग्रेस अध्यक्ष हर मंगलवा को शिवराज सिंह चौहान से मिलने का समय मांग रहे हैं, लेकिन उनका कहना है कि उनकी बात को अनसुना किया जा रहा है। दरअसल, शिवराज सिंह चौहान हर मंगलवार को किसानों से मुलाकात करते है और इसी कड़ी में जीतू पटवारी भी उनसे समय माँग रहे हैं ताकि वो किसानों की समस्याएं उन तक पहुंचा सकें। लेकिन उनका आरोप है कि उन्हें मिलने का समय नहीं दिया जा रहा है।
जीतू बोले ‘सत्रह मंगलवार से जारी है इंतज़ार’
जीतू पटवारी ने कहा कि किसानों को राहत देने और उनके मुद्दों पर ध्यान देने की उम्मीद में हर मंगलवार उनके लिए एक नया इंतजार बन गया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने एक्स पर लिखा है कि ‘सत्रह मंगलवार बीत गए, लेकिन शिवराज सिंह चौहान जी की चुप्पी अब भी कायम है। नए साल में मध्य प्रदेश के किसानों ने आपसे उम्मीद की थी, लेकिन उन्हें एक बार फिर निराशा ही हाथ लगी। हर मंगलवार यह आस रहती है कि देश का कृषि मंत्री अपने गृह राज्य के किसानों की आवाज़ सुनेगा, लेकिन आपकी चुप्पी हमारे संघर्ष और पीड़ा का अपमान कर रही है। मैं इस मंगलवार भी अपने किसान भाइयों के साथ आपसे मिलने का समय मांग रहा हूँ। हम मध्य प्रदेश के किसानों के हित में एक सार्थक चर्चा के लिए अब भी इंतज़ार कर रहे हैं।’
100 मंगलवार तक देखेंगे रास्ता
बता दें कि इस साल की शुरुआत में 1 जनवरी को जीतू पटवारी ने कहा था कि वो 100 मंगलवार तक शिवराज सिंह चौहान द्वारा समय दिए जाने की प्रतीक्षा करेंगे। उसके बाद वे खुद जाकर उनसे मिलेंगे। उन्होंने कहा है कि बीजेपी सरकार ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में किसानों के साथ जो वादे किए थे वे अब तक अधूरे हैं और मध्यप्रदेश का किसान पूरी तरह परेशान है। जीतू पटवारी ने पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान पर किसानों के साथ विश्वासघात और वादाखिलाफी का आरोप लगाया है।