कांग्रेस दिगज्जों पर तो बीजेपी कांग्रेस से आए पूर्व विधायकों पर लगाएगी उपचुनावों में दांव
भोपाल: मध्य प्रदेश में 25 विधायक कांग्रेस का हाथ छोड़कर बीजेपी का दामन थाम चुके हैं. जिस वजह से उन्हें अपनी विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा देना पड़ा. अब राज्य में कुलदीप 27 सीटों पर उपचुनाव होंगे. उपचुनाव के जरिए कांग्रेस सरकार में लौटने की कोशिश करेगी तो वहीं बीजेपी सौदे से बनी सरकार को बचाए रखने की कोशिश करेगी.
इतना तय है कि इन चुनावों में बीजेपी उन्हीं विधायकों को मैदान में उतारेगी जो कांग्रेस छोड़ कर बीजेपी में शामिल हुए हैं. वहीं कांग्रेस दिग्गज चेहरों पर दांव लगा सकती है. वहीं बड़े चेहरों पर चुनाव लड़ने के कांग्रेस के दावे को बीजेपी ने चंदा उगाही का जरिया बताया है. जबकि BJP में भी उमा भारती को चुनाव लड़ाने पर मंथन चल रहा है.
क्या कहते हैं विधान सभा में आंकड़े
मौजूदा विधानसभा में कांग्रेस के पास 89 विधायक है, विधानसभा की कुल 230 सीटों के हिसाब से सरकार बनाने के लिए 116 विधायकों का बहुमत होना जरूरी है. यानी कांग्रेस को सभी 27 सीटों पर जीत हासिल करनी होगी. बीजेपी के मौजूदा विधायक 107 हैं, सरकार में बने रहने के लिए बीजेपी को केवल 9 विधायक चाहिए. इसमें 4 निर्दलीय विधायक समेत बसपा के दो और सपा के एक विधायक की भूमिका भी किंग मेकर की होगी. फिलहाल ये 4 किंग मेकर बीजेपी के साथ हैं.
कांग्रेस इन दिग्गजों पर लगा सकती है दांव
कांग्रेस अपनी पूरी ताकत के साथ सत्ता में वापसी की रणनीति पर काम कर रही है. इतना तय है कि बीजेपी की तरफ से उम्मीदवार वही रहेंगे जो कांग्रेस से जाकर बीजेपी में शामिल हुए हैं. लिहाजा कांग्रेस इन उपचुनावों में जीत हासिल करने के लिए दिग्गजों को मैदान में उतार सकती है. अरुण यादव, चौधरी राकेश सिंह, केएल अग्रवाल, राम निवास रावत, अशोक सिंह, पारुल साहू, प्रेमचंद गुड्डू समेत कई के नामों पर चर्चा है. प्रेमचंद्र गुड्डू तो सांवेर विधानसभा क्षेत्र में बैठक भी ले रहे हैं.
वहीं कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि अभी फाइनल कुछ नहीं हुआ है, लेकिन उपचुनाव जीतने के लिए हर तरह की तरकीब अपनाई जाएगी. बीजेपी ने लोकतंत्र का गला घोटा है. उपचुनाव के जरिए लोकतंत्र की वापसी का प्रयास होगा.