राम मंदिर का जश्न मना रहे युवकों की पिटाई मामले में 2 बड़े अफसर नपे
खरगोन में आतिशबाजी कर रहे व्यापारियों पर पुलिस ने कार्रवाई की थी
खारगोन में गुरुवार को पुलिस कार्रवाई के विरोध में बाजार बंद रहा था
खरगोन। राममंदिर भूमि पूजन का उत्सव मनाने पर पुलिस द़वारा पिटाई का मामला में दो पुलिस अफसरों पर भारी पड़ गया है। भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के कड़े तेवर और नरोत्तम मिश्रा को यह चेतावनी की अपनी पुलिस को समझाने की चेतावनी के बाद यह कार्रवाई की गई है। मध्यप्रदेश के खरगोन में जश्न मना रहे कुछ युवक और व्यापारियों की पुलिस ने पिटाई की थी। पिटाई का वीडियो सामने आने के बाद बीजेपी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भड़क गए थे। इस घटना के विरोध में गुरुवार को व्यापारियों ने बाजार भी बंद रखा था।
कैलाश के सख्त तेवर के बाद शिवराज सरकार ने जश्न मना रहे लोगों की पिटाई के मामले में खरगोन के एसडीओपी ग्लैडमिन एडवर्डकार सहित एसडीएम अभिषेक गहलोत पर गिरी है। बीजेपी सांसद गजेन्द्रसिंह पटेल ने एसडीओपी और एसडीएम को हटाने के लिए सीएम शिवराजसिंह चौहान सहित गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से की चर्चा की थी।
दरअसल, बुधवार को राम जन्मभूमि के भूमिपूजन पर आतिशबाजी कर रहे सर्राफा व्यापारियों के साथ एसडीपीओ ने मारपीट की थी। गुरुवार को घटना के विरोध में सर्राफा बाजार बंद था। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी ट्वीट कर घटना की कड़े शब्दों में निंदा की थी। एसडीओपी को पुलिस मुख्यालय भोपाल और एसडीएम को सामान्य प्रशासन विभाग में अवर सचिव नियुक्त किया गया है। यहीं नहीं अधिकारियों ने जश्न मना रहे 13 व्यवसायियों को पकड़ कर थाने भी लाए थे।
बंगाल की पुलिस करती है ऐसे
खरगोन पुलिस की कार्रवाई पर कैलाश विजयवर्गीय भड़क गए थे। उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि खरगोन पुलिस बंगाल पुलिस जैसा आचरण क्यों कर रही है। नरोत्तम मिश्रा जी अपनी पुलिस को समझाइश दीजिए। कैलाश के तेवर से साफ था कि दोनों अधिकारियों पर कार्रवाई होगी।