शिक्षकों पर विवादित बयान को लेकर जीतू पटवारी की माँग ‘शिक्षा मंत्री इस्तीफा दें या मुख्यमंत्री माफी मांगें, शिक्षकों के पक्ष में प्रदेशभर में सद्बुद्धि आंदोलन करेगी कांग्रेस…
भोपाल : मध्यप्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह के अतिथि शिक्षकों को लेकर दिए गए बयान पर सियासत तेज हो गई है। कांग्रेस ने कहा है कि शिक्षा मंत्री ने शिक्षकों का अपमान किया है और इसे लेकर मुख्यमंत्री को उनका इस्तीफा लेना चाहिए। अगर इस्तीफा नहीं लेते हैं तो सीएम डॉ मोहन यादव को प्रदेश के शिक्षकों से माफी मांगनी चाहिए। इसी के साथ उन्होंने कहा कि शिक्षकों के पक्ष में कांग्रेस अब प्रदेशभर में सद्बुद्धि आंदोलन चलाएगी।
कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि ‘5 साल के लिए मेहमान बनकर आए हैं सरकार में और शिक्षकों को डराएंगे धमकाएंगे। अतिथि शिक्षक मेहमान बनकर नहीं आए हैं। आपकी व्यवस्था में कमियां थी इसलिए उन्हें अतिथि शिक्षक बनना पड़ा है। अगर आप नियुक्ति करते तो वो आज नियमित शिक्षक होते। बता दें कि शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने अतिथि शिक्षकों की नियमितीकरण की मांग पर टिप्पणी करते हुए कहा था, “उनकानामहैअतिथिशिक्षक।आपहमारेमेहमानबनकरआओगेतोक्याघरपरकब्जाकरलोगे?”
कांग्रेस ने की शिक्षा मंत्री के इस्तीफे, सीएम से माफी की माँग
अब कांग्रेस मध्य प्रदेश के शिक्षा मंत्री के बयान के ख़िलाफ़ अतिथि शिक्षकों के पक्ष में सामने आ गए हैं। प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि शिक्षा मंत्री ने अपने बयान से प्रदेश के शिक्षकों का अपमान किया है। उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से शिक्षा मंत्री का इस्तीफा लेने की माँग की और कहा कि सीएम को इस अपमानजनक टिप्पणी के लिए शिक्षकों से माफी मांगनी चाहिए।
जीतू पटवारी ने कहा कि ‘भाजपा सरकार की शिक्षा व्यवस्था में जो कमियाँ हैं, उन्हें अतिथि शिक्षक पूरा करते हैं। भाजपा के मंत्री ने उनका अपमान किया है और उन्हें तुरंत इस्तीफ़ा देना चाहिए और मुख्यमंत्री मोहन यादव जी को शिक्षकों से माफ़ी माँगनी चाहिए। प्रदेश में शिक्षा व्यवस्थाओं का स्तर लगातार गिरता जा रहा है, सरकार के स्कूली शिक्षा मंत्री सत्ता के नशे में इतने मदहोश है कि शिक्षकों का ही अपमान करने में तुले है। कांग्रेस पार्टी मुख्यमंत्री से माँग करती है कि वो शिक्षा मंत्री का इस्तीफा लें या शिक्षकों से माफी माँगे अन्यथा कांग्रेस पार्टी आंदोलन करेगी।’ उन्होने कहा किरयहसरकारबजटतोबढ़ातीहै, लेकिनस्कूलोंमेंदाखिलोंकीसंख्याघटरहीहै। शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि 2,000 से अधिक स्कूलों में बच्चों के बैठने के लिए क्लासरूम तक नहीं हैं और सरकार शिक्षकों का अपमान कर रही है।
कांग्रेस शिक्षकों के लिए करेगीसद्बुद्धिआंदोलन
उन्होने कहा कि जब हमारी सरकार आई थी तो हमने अतिथि शिक्षकों को नियमित करने के प्रयास शुरू कर दिए थे। हमने कभी उनका अपमान नहीं किया। इसी के साथ उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री के बयान के विरोध में कांग्रेस अब पूरे प्रदेश में सद्बुद्धिआंदोलन चलाएगी। इस आंदोलन के तहत कांग्रेस ने शिक्षकों का चरण पूजन और सम्मान करने का निर्णय लिया है। पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने इस कार्यक्रम की जिम्मेदारी युवा कांग्रेस और एनएसयूआई को सौंपी है। कांग्रेस का कहना है कि यह आंदोलन शिक्षकों के सम्मान और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए है।