दिग्विजय सिंह ने ‘नात्रा व झगड़ा’ प्रथा को लेकर पुलिस को घेरा, बहू की बोली लगाने वाले शख्स पर एसपी द्वारा कार्रवाई न करने का आरोप…
भोपाल : पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने राजगढ़ ज़िले की ‘नात्रा व झगड़ा’ प्रथा पर एक बार फिर सवाल उठाया है। इसी के साथ उन्होंने ज़िले के एसपी को भी कटघरे में खड़ा किया है। दरअसल, हाल ही में चर्चाओं में आए एक वीडियो में देखा जा रहा है कि राजगढ़ एसपी एक शख़्स को मंदिर में माफ़ी माँगने को कह रहे हैं। उसके ऊपर अपनी बहू की बोली लगाने का आरोप है।
इस मामले में अब कांग्रेस नेता ने एसपी आदित्य मिश्रा पर आरोप लगाया है कि बजाय क़ानूनी कार्रवाई करने के..वो इस तरह के लोगों को मंदिर में माफ़ी मँगवाकर छोड़ रहे हैं। इसी के साथ उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने इस घिनौनी प्रथा को जारी रखने वाले अपराधियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की थी, लेकिन अब पुलिस ने इसे कमाई का ज़रिए बना लिया है।
कानून को दरकिनार कर जारी है कुप्रथा
दरअसल..नात्रा प्रथा के तहत लड़कियों की खुलेआम बोली लगाई जाती है। और ये काम कोई दूसरा नहीं..बल्कि ख़ुद लड़की के घरवाले करते हैं। झगड़ा नात्रा प्रथा के अंतर्गत, शादी के बाद अगर कोई विवाद होता है या पति पत्नी अपना रिश्ता तोड़ना चाहते हैं तो एक पंचायत बुलाई जाती है जिसमें लड़की की बोली लगाई जाती है। इस बोली में शामिल होते हैं गाँव के अन्य पुरुष और यहाँ लड़की का पति, पिता और ससुर भी उपस्थित रहते हैं। यह पूरा प्रकरण एक व्यापार की तरह होता है जहां बेटी को उस व्यक्ति के हवाले कर दिया जाता है जिसने सबसे ज्यादा बोली लगाई हो। इस प्रथा को परंपरा के नाम पर अब भी चलाया जाता है, लेकिन वास्तव में यह न सिर्फ सामाजिक रूप से अन्यायपूर्ण है बल्कि कानूनन अपराध भी है।
दिग्विजिय सिंह ने पुलिस पर लगाया आरोप
हाल ही में एक वीडियो सामने आया है जिसमें राजगढ़ एसपी आदित्य मिश्रा एक व्यक्ति से मंदिर में भगवान से माफ़ी मँगवा रहे हैं। उस व्यक्ति पर आरोप है कि उसने अपनी बहू की बोली लगाई है। लेकिन आरोपी पर क़ानूनी कार्रवाई करने के बावजूद एसपी सिर्फ़ भगवान से माफ़ी माँगने को कह रहे हैं। इसे लेकर अब दिग्विजय सिंह ने एक्स पर लिखा है कि ‘राजगढ़ ज़िले की यह “नात्रा व झगड़ा” निपटाने की घिनौनी प्रथा है जिसके बारे में मैंने मुख्यमंत्री के रूप में दोषियों के ख़िलाफ़ कार्यवाही की थी व संसद सदस्य के रूप में संसद में यह विषय उठाया था। यह जानकारी आप अब भाजपा की नेता पूर्व में कांग्रेस की नेता मोना सुस्तानी से पता लगा सकते हैं। मोना ने इस विषय पर documentary फ़िल्म भी बनाई है। राजगढ़ पुलिस के लिए यह कमाई का माध्यम है। राजगढ़ एसपी साहब राजगढ़ को इसमें भगवान के सामने माफ़ी मँगवाने के बजाय सख़्त क़ानूनी कार्यवाही करना चाहिए। अब लड़कियाँ पड़ने लगी हैं इसलिए खुल कर बोल भी रही हैं पहले तो बोलती भी नहीं थी’।