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भावभीनी श्रद्धांजलि- पद्मश्री से सम्मानित प्रख्यात कलाविद् श्री मुकुंद लाठ का आज सुबह जयपुर में निधन हो गया।

पद्मश्री से सम्मानित प्रख्यात कलाविद् तथा पंडित जसराज के सहयोगी श्री मुकुंद लाठ का आज सुबह जयपुर में निधन हो गया। भारत मां यशस्वी पुत्र को शत्-शत् नमन। श्रद्धांजलि।


वरिष्ठ पत्रकार श्री ओम थानवी ने उनके बारे में लिखा है-“मैंने बहुमुखी प्रतिभा के ऐसे सच्चे महापुरुष कम ही देखे होंगे। महापुरुष सोच-समझ कर कह रहा हूँ। वे विद्वान थे। मगर उनके ज्ञान में अहंकार नहीं था, जिसका विलय सिद्ध पुरुषों के ही बस में होता है। उनकी मुसकान दिव्य थी, कुछ पुलकित कुछ रुकी-रुकी सी। स्नेह और करुणा उनकी आँखें प्रकट करती थीं, शब्द नहीं। न उनमें स्वार्थ देखा, न उठक-पछाड़ भरी महत्त्वाकांक्षा। मुकुंदजी के किन-किन पक्षों की बात करूँ। वे मौलिक चिंतक थे। संस्कृत और प्राकृत के विद्वान थे। हिंदी के कवि थे। शिक्षक थे। दार्शनिक थे। इतिहासकार थे। सौंदर्यशास्त्री थे। संगीतज्ञ थे। शास्त्रीय गायक थे। कला के पारखी थे। वस्त्रविन्यास में भी उनकी रुचि बड़ी प्रत्यक्ष थी।”