निर्मला सीतारमण ने खड़गे को दी चुनौती, बोलीं- कांग्रेस वो बजट भाषण बताये जिसमें उसने सभी राज्यों के नाम लिए, ये भ्रमित करने वाले आरोप हैं….
नई दिल्ली : केंद्रीय बजट को लेकर आज संसद के बाहर INDIA सांसदों ने विरोध प्रदर्शन किया और लोकसभा और राज्यसभा में भी विरोध जताया, राज्य सभा में नेता प्रतिपक्ष , कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरोप लगाये कि इस बजट में केवल दो राज्यों आंध्र प्रदेश और बिहार के अलावा किसी राज्य का उल्लेख नहीं है जहाँ भाजपा को नकार दिया गया उन राज्यों के लिए इस बजट में कुछ नहीं है, खड़गे के आरोप पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जवाब दिया और फिर कांग्रेस अध्यक्ष को चुनौती भी दे दी।
दो राज्यों के अलावा किसी राज्य को कुछ नहीं दिया ये आरोप बेबुनियाद
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि मुझे उम्मीद थी कि कल जो बजट पेश किया गया उस पर विपक्ष का सही रिएक्शन आएगा, नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने जो यहाँ राज्यसभा में कहा मुझे उनसे ऐसी उम्मीद नहीं थी, मुझे उनसे अलग अपेक्षा थी लेकिन कोई बात नहीं, उन्होंने आरोप लगाये कि बजट भाषण में मैंने सभी राज्यों का नाम नहीं लिया और किसी को कुछ नहीं दिया ये आरोप बिलकुल बेबुनियाद है।
वित्त मंत्री ने महाराष्ट्र का उदाहरण देकर कांग्रेस के आरोप का दिया जवाब
वित्त मंत्री ने कहा हर बजट भाषण में देश के हर राज्य का नाम लेने का मौका नहीं मिलता, उन्होंने कहा खड़गे जी ने कहा कि सिर्फ दो राज्यों को ही सबकुछ दिया गया और किसी राज्य का नाम नहीं लिया तो मैं सिर्फ एक उदाहरण देकर बताती हूँ, जून में कैबिनेट ने महाराष्ट्र के वधावन पर एक बंदरगाह स्थापित करने का निर्णय लिया था। उसके लिए 76,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का आवंटन किया गया है, फरवरी में लेखानुदान बजट में महाराष्ट्र का नाम नहीं था, न ही कल लिया गया। क्या इसका मतलब यह है कि महाराष्ट्र को नजरअंदाज कर दिया गया?
TMC को आड़े हाथ लिया, बोलीं केंद्र की कई योजनायें आपने लागू ही नहीं की
निर्मला सीतारमण ने कहा, कल टीएमसी ने बजट पर सवाल उठाते हुए कहा था कि पश्चिम बंगाल को कुछ नहीं दिया गया है। मैं केवल इतना कहना चाहती हूं कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दी गई कई योजनाओं को पिछले 10 वर्षों में पश्चिम बंगाल में लागू नहीं किया गया है। बंगाल सरकार को पहले अपनी तरफ देखना चाहिए फिरबोलना चाहिए।
यदि किसी राज्य का नाम नहीं लिया तो उसे योजनाओं का लाभ नहीं मिलेगा ये आरोप भ्रमित करने वाला
वित्त मंत्री ने कहा कि यदि भाषण में किसी विशेष राज्य का नाम नहीं लिया गया तो क्या इसका मतलब यह है कि भारत सरकार की योजनाएं और कार्यक्रम, विश्व बैंक, एडीबी और ऐसे अन्य संस्थानों से मिलने वाली बाहरी सहायता इन राज्यों को नहीं मिलती है? ये गलत है वे रूटीन के अनुसार चलते हैं।
खड़गे को दी चुनौती, कांग्रेस सरकार का एक बजट भाषण बताएं जिसमें सभी राज्यों के नाम लिए
निर्मला सीतारमण ने कहा कि ये कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी दलों का एक जानबूझकर किया गया प्रयास है, ताकि लोगों को यह आभास दिया जा सके कि हमारे राज्यों को कुछ भी नहीं दिया गया है। यह एक अपमानजनक आरोप है, उन्होंने कहा- मैं कांग्रेस पार्टी को उन सभी बजट भाषणों के लिए चुनौती देती हूँ जो उन्होंने दिए हैं बताएं क्या उन्होंने उन बजट भाषणों में देश के सभी राज्यों के नाम लिए हैं?
बहरहाल बजट पर कांग्रेस ने आज सरकार को घेरने की कोशिश की, मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने भाषण में कई राज्यों का नाम लेते हुए महाराष्ट्र का नाम भी लिया और कहा उसे कुछ नहीं मिला लेकिन वित्त मंत्री ने महाराष्ट्र का उदाहरण देकर ही उनको आइना दिखा दिया, अब देखना होगा विपक्ष मोदी सरकार को घेरने के लिए क्या नया कदम उठाता है।