पीएम मोदी ने बता दिया चौथे टर्म का प्लान, कहा हम सब मिलकर लिखेंगे नया अध्याय,अपने सपने का खुलासा भी किया…
नई दिल्ली : तीसरी बार प्रधानमंत्री पद के लिए सर्व सम्मति से चुने जाने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि मुझे एनडीए के नेता के रूप में आप सभी साथियों ने सर्वसम्मति से चुनकर एक नया दायित्व दिया है। मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूँ। पीएम मोदी ने NDA के सभी घटक दलों की तारीफ की और कहा कि इतनी भयंकर गर्मी में हर दल के कार्यकर्ता ने जो पुरुषार्थ और परिश्रम किया है, मैं आज उनको सिर झुकाकर नमन करता हूँ।
NDA ने चुनाव पूर्व गठबंधन का इतिहास रचा है
मोदी ने कहा कि हिंदुस्तान के इतने महान लोकतंत्र की ताकत देखिए कि एनडीए को आज देश के 22 राज्यों में लोगों ने सरकार बनाकर उनको सेवा करने का मौका दिया है। हमारा ये अलायंस सच्चे अर्थ में भारत की आत्मा है। हिंदुस्तान की राजनीतिक इतिहास में और हिंदुस्तान की राजनीति के गठबंधन के इतिहास में चुनाव पूर्व गठबंधन ( pre poll alliance) इतना सफल कभी भी नहीं हुआ है, जितना की एनडीए हुआ है। उन्होंने कहा कि NDA सत्ता प्राप्त करने का या सरकार चलाने का कुछ दलों का जमावड़ा नहीं है। ये राष्ट्र प्रथम की मूल भावना से नेशन फर्स्ट के प्रति कमिटेड एक समूह है।
पीएम मोदी ने बता दिया अगले 10 साल का प्लान, तालियों से गूंज उठा हॉल
प्रधानमंत्री ने कहा कि एनडीए सरकार ने देश को गुड गवर्नेंस दिया है और एक प्रकार से एनडीए कहते ही गुड गवर्नेंस का पर्यायवाची बन जाता है। हम सबके केंद्र बिंदु में गरीब कल्याण और गुड गवर्नेंस सर्वोपरि रहा है। उन्होंने कहा मैं बहुत जिम्मेदारी के साथ कह रहा हूँ कि अगले 10 साल में गुड गवर्नेंस, विकास, नागरिकों के जीवन में क्वॉलिटी ऑफ लाइफ मेरा व्यक्तिगत रूप से एक ड्रीम है। सामान्य मानव के जीवन में से सरकार का दखल जितना कम होगा, उतना ही लोकतंत्र मजबूती होगा। हम सब मिलकर विकास का नया अध्याय लिखेंगे, गुड गवर्नेंस का नया अध्याय लिखेंगे, जनता-जनार्दन की भागीदारी का नया अध्याय लिखेंगे, और सब मिलकर के विकसित भारत के सपने को साकार करके रहेंगे।
दक्षिण भारत में मिले समर्थन पर मोदी ने दी बधाई
मोदी ने कहा- इस चुनाव में दक्षिण भारत में एनडीए ने एक नई राजनीति की नींव मजबूत की है। कर्नाटक और तेलंगाना, जहां अभी हाल ही में उनकी (कांग्रेस) सरकारें बनी थीं। लेकिन पल भर में इनसे लोगों का विश्वास टूट गया और एनडीए को गले लगा लिया। मैं तमिलनाडु की टीम को भी बधाई देना चाहता हूं। आज तमिलनाडु में काफी तेजी से एनडीए का वोट शेयर बढ़ा है। इसी तरह पहली बार केरल से हमारा प्रतिनिधि बन कर आया है।
मोदी ने ली चुटकी – 4 जून को मैंने किसी से पूछा ईवीएम जिन्दा है या मर गया
पीएम ने विपक्षी गठबंधन पर चुटकी लेते हुए कहा कि 4 जून के नतीजे चल रहे थे मैंने किसी से पूछा कि आंकड़े तो ठीक है लेकिन ये बताओ ईवीएम जिन्दा है कि मर गया, क्योंकि पहले ये लोग (इंडी गठबंधन) ईवीएम को लगातार गाली दे रहे थे और ये लोग तय करके बैठे थे कि भारत के लोकतंत्र की प्रक्रिया के प्रति लोगों का विश्वास ही उठ जाए। मुझे तो लगता था कि इस बार ये लोग ईवीएम का अर्थी जुलूस निकालेंगे, लेकिन 4 जून को शाम आते-आते उनको ताले लग गए, ईवीएम ने उनको चुप कर दिया। ये भारत के लोकतंत्र की ताकत है। मुझे आशा है कि पांच साल तो ईवीएम राग सुनाई नहीं देगा लेकिन जब हम 2029 में जायेंगे तो शायद सुनाई दे।
पिछले 10 साल का कार्य तो सिर्फ ट्रेलर है
प्रधानमंत्री बोले- लोकसभा चुनाव 2024 के जो नतीजे हैं अगर हर पैरामीटर पर देखेंगे तो दुनिया ये मानती है और मानेगी कि ये एनडीए की महाविजय है।10 साल बाद भी कांग्रेस 100 के आंकड़े को भी नहीं छू पाई। आज के वातावरण में देश को सिर्फ और सिर्फ एनडीए पर ही भरोसा है और जब इतना अटूट विश्वास और भरोसा है तो स्वाभाविक है कि देश की अपेक्षाएं भी बढ़ेंगी और मैं इसे अच्छा मानता हूं। मैंने पहले भी कहा था कि पिछले 10 साल का कार्य तो सिर्फ ट्रेलर है और ये मेरा कमिटमेंट है, हमें और तेजी से, और विश्वास से, और विस्तार से, देश की आकांक्षाओं को पूर्ण करने में रत्तीभर भी विलंब नहीं करना है।
मोदी ने समझाया NDA का नया मतलब
मोदी ने एनडीए का एक नया मतलब बताते हुए कहा कि अगर मैं एक तरफ NDA रखूं और दूसरी तरफ भारत के लोगों के सपने और संकल्पों को रखूं तो मैं कहूंगा NDA में N मतलब New India, D मतलब Develop India और A मतलब Aspirational India इन सपनों और संकल्पों को पूरा करना, ये हम सबका संकल्प भी है, कमिटमेंट भी है और हमारे पास रोडमैप भी है। अब हम समय गंवाना नहीं चाहते हैं, अब हमें पांच नंबर की इकोनॉमी से तीसरे नंबर की इकोनॉमी बनना है।
मेरा पल-पल आपलोगों के नाम है, मैं 24/7 मौजूद हूँ
प्रधानमंत्री बोले- पिछले 10 वर्षों में भारत ने जिन कामों को बल दिया है, आज भारत की छवि विश्वबंधु की बन चुकी है, आज दुनिया हमें विश्वबंधु के रूप में स्वीकार कर चुकी है। हमने हर संकट को जिस प्रकार से हैंडल किया, जिस प्रकार से हमने मानवीय मूल्यों को प्राथमिकता दी, उसका परिणाम है कि सामान्य मानव के मन में विश्वबंधु का भाव मजबूत हुआ। हमारे संविधान का ये 75वां वर्ष है और संविधान हमारी भावना है। हम चाहते हैं कि इस 75वे वर्ष को, संविधान की स्पिरिट को जन-जन तक पहुंचाएं, इस दिशा में हम काम करना चाहते हैं। मैंने पहले भी कहा है कि मेरा पल-पल देश के नाम है, मेरा पल-पल आपलोगों के नाम है, मैं 24/7 मौजूद हूँ। हमें मिलकर के देश को आगे बढ़ाना है।