10 पुत्रों बराबर एक पेड़, कैलाश विजयवर्गीय ने बताया शास्त्रों में क्या है पेड़ का महत्व, 51 लाख पौधे लगाने का लिया संकल्प…
भोपाल : मध्य प्रदेश भी इन दिनों तप रहा है, झुलसा देने वाली गर्मी जनजीवन प्रभावित कर रही है, लोग धूप से बचने के लिए छाँव ढूंढ रहे हैं लेकिन शहरों में बढ़ते सीमेंट कंक्रीट के जंगलों के बीच बमुश्किल छाँव मिल पा रही है, इंदौर जैसा हरा भरा शहर भी इस बार गर्मी की मार से बच नहीं पाया है यहाँ भी पारा 44-45 डिग्री सेल्सियस के आसपास झूल रहा है। ऐसे में कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर में 51 लाख पेड़ लगाने का संकल्प लिया है, वे इन दिनों हरित क्रांति अभियान पर निकले हैं, लोगों से संवाद कर रहे हैं, कैलाश विजयवर्गीय शास्त्रों में वर्णित पेड़ों के महत्व को भी लोगों को समझा रहे हैं।
इंदौर अब शीतलता में भी नंबर वन बनेगा
मध्य प्रदेश का इंदौर शहर स्वच्छता के मामले में पिछले कई वर्षों से नंबर वन है अब जल्दी ही ये शीतलता में भी नंबर वन होने वाला है, वजह है इंदौर के लोगों द्वारा लिया गया 51 लाख पौधे लगाने का संकल्प। दरअसल इस बार इंदौर भी तीखी गर्मी झेल रहा है, दूसरे कई शहरों की तुलना में अधिक हरियाली वाले इंदौर के लोग गर्मी से त्राहि त्राहि कर रहे हैं, पेड़ का महत्व सभी जानते हैं लेकिन इसको जमीन पर उतारने की पहल मुश्किल से होती है। लेकिन प्रदेश सरकार के शहरी विकास मंत्री एवं इंदौर निवासी कैलाश विजयवर्गीय ने इस बार ये बीड़ा उठाया है।
आने वाले समय में 3 से 4 घंटों में 51 लाख पौधे लगाने का संकल्प है
कैलाश विजयवर्गीय ने आने वाले समय में 3 से 4 घंटों में 51 लाख पौधे लगाने का संकल्प लिया है इसके लिए वे जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संस्थाओं, व्यापारी संस्थाओं, बिल्डर्स आदि से संवाद कर रहे हैं और उन्हें इस बात का अहसास करा रहे हैं कि यदि पेड़ नहीं होंगे तो आने वाला समय कितना मुश्किलभरा होगा। एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने बताया कि आबादी के हिसाब से इंदौर में 25 करोड़ पेड़ होना चाहिए हैं लेकिन हैं बमुश्किल चार-पांच करोड़, इसलिए हमें पौधे लगाने का संकल्प लेना खुद के लिए लेना चाहिए।
शास्त्रों में कहा गया है 10 पुत्रों के बराबर एक वृक्ष यानि पेड़ होता है
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि हमारे यहाँ शास्त्रों में पेड़ों के महत्व का उल्लेख हैं, मत्स्य पुराण सहित कई पुराणों में पेड़ों का महात्म बताया गया है, हमारे यहाँ पेड़ों की पूजा की जाती है इसमें ईश्वर का वास बताया गया है। उन्होंने कहा शास्त्र कहते हैं, 10 कुँओं के बराबर एक बावड़ी, 10 बावड़ियों के बराबर एक तालाब, 10 तालाब के बराबर 1 पुत्र एवं 10 पुत्रों के बराबर एक वृक्ष यानि पेड़ होता है। उन्होंने इंदौरवासियों से अपील की है कि इस हरित क्रांति आंदोलन में हिस्सा लें और 3 से 4 घंटें में 51 लाख पौधे लगाकर आने वाली पीढ़ी के लिए भरपूर ऑक्सीजन का इंतजाम करें और गिनीज बुक में इंदौर का नाम दर्ज कराएँ, क्योंकि यदि आप अभी नहीं जागे तो आपकी पीढ़ी के पास धन, दौलत, जमीन, जायदाद, पैसा सबकुछ होगा ऑक्सीजन नहीं होगी इसलिए एक एक व्यक्ति 10 -10 पौधे लगाए और इंदौर को शीतलता में भी नंबर वन बनाये।