BhopalMadhya Pradesh

गुना में दलित दंपती को पिटवाने वाले कलेक्टर को पर्यटन निगम का एमडी बनाकर ईनाम दिया

भोपाल। गुना में दलित दंपती की पुलिस और प्रशासन द्वारा पिटाई करवाने वाले कलेक्टर को मध्यप्रदेश सरकार ने पर्यटन विभाग का एमडी बनाकर प्रदेश सरकार ने ईनाम दिया है। गुना में बेरहमी से दलित किसान और उसके परिवार की पिटाई अब तक लोग भूले नहीं हैं। 15 जुलाई को हुई इस घटना के बाद शिवराज सरकार गुना कलेक्टर एस विश्वनाथन और एसपी को हटा दिया था, लेकिन 15 दिन बाद ही प्रदेश शासन ने उप सचिव एस विश्वनाथन को पर्यटन निगम का एमडी बनाकर ईनाम दिया गया है।


एस विश्वनाथन गुना के कलेक्टर थे। इस दौरान दलित किसान परिवार के साथ पुलिस ने जमकर मारपीट की थी, घटना के वीडियो और तस्वीरें वायरल होने के बाद शिवराज सरकार की जमकर किरकिरी हुई और इस पर घटना की आलोचना हुई थी।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस मामले में तत्काल संज्ञान लिया था और कलेक्टर एस विश्वनाथन और गुना एसपी को तत्काल प्रभाव से हटा दिया था। ग्वालियर के आईजी राजाबाबू सिंह को भी हटा दिया था और सरकार ने कई मौकों पर इस बात का बखान भी किया कि उनकी सरकार गरीबों-दलितों की हितैषी है।


दलित किसान परिवार से मारपीट का मामला गुना जिले में 15 जुलाई को सामने आया था। जब यहां के जगनपुर में कॉलेज के लिए आरक्षित जमीन पर स्थानीय भू-माफिया गब्बू पारदी द्वारा अवैध कब्जा किया गया था। कब्जे की जमीन को गब्बू पारदी ने बटाई पर राजकुमार अहिरवार को दे रखा था, कब्जा हटाने की कार्रवाई के दौरान राजकुमार अहिरवार और उसकी पत्नी ने कार्रवाई का विरोध किया। इस पर पुलिस ने दोनों को बेरहमी से पीटा था। पुलिस की पिटाई के बाद राजकुमार अहिरवार एवं उसकी पत्नी ने जहर खा लिया था।