MP : महिला एवं बाल विकास अधिकारी शासकीय आवास पर ले रहीं थी रिश्वत, लोकायुक्त पुलिस ने पकड़ा…
ग्वालियर : रिश्वतखोरी अफसरों के सर चढ़कर बोल रही है, कल 1 जनवरी को ग्वालियर लोकायुक्त पुलिस ने भिंड के एक पटवारी को 5000/- हजार रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा था और आज सागर लोकायुक्त पुलिस की टीम ने टीकमगढ़ में पदस्थ महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी को 5000/- हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है।
सागर लोकायुक्त पुलिस एसपी योगेश्वर शर्मा से मिली जानकारी के मुताबिक महिला एवं बाल विकास विभाग टीकमगढ़ में पदस्थ संविदा पर्यवेक्षक नेहा यादव ने सागर आकर कार्यालय में शिकायती आवेदन दिया था जिसमें जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग पर रिश्वत माँगने के आरोप थे।
संविदा कर्मचारी का वेतन निकालने और अनुबंध बढ़ाने मांगी रिश्वत
आवेदिका नेहा यादव के मुताबिक टीकमगढ़ में पदस्थ जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग श्रीमती रचना बुदोलिया उसका वेतन निकालने और अनुबंध को बढ़ाने के बदले 10000/- रुपये की रिश्वत ,मांग रही हैं , 5000/- रुपये वो पहले दे चुकी है और अब और 5000 /- रुपये मांग रही हैं।
जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास ने मांगी 10000/- रुपये की रिश्वत
शिकायत के बाद लोकायुक्त ने सत्यापन के लिए आवेदिका को रिकॉर्डर दिया और 5000/- रुपये देने के विषय में चर्चा करने की समझाइश दी, रिश्वत मांगे जाने की पुष्टि होने के बाद लोकायुक्त की टीम तय समय पर आज महिला एवं बाल विकास अधिकारी के बताये स्थान उनके शासकीय आवास के बाहर पहुँच गई।
शासकीय आवास पर ली रिश्वत, लोकायुक्त ने महिला अधिकारी को रंगे हाथ पकड़ा
घर में पहुंचने के बाद नेहा यादव ने 5000/- रुपये रिश्वत की राशि जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग रचना बुदोलिया को दिए और इशारा कर दिया, संकेत मिलते ही लोकायुक्त सागर की टीम आवास के अंदर घुस गई और रचना दुबोलिया को रंगे हाथ पकड़ लिया।
डीएसपी मंजू सिंह, इंस्पेक्टर बीएम द्विवेदी, इंस्पेक्टर रौशनी जैन सहित अन्य स्टाफ ने जब आरोपी अधिकारी के हाथ धुलवाए तो वे गुलाबी हो गए जिसके बाद भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में प्रकरण दर्ज कर आरोपी जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग रचना दुबोलिया को लोकायुक्त ने गिरफ्तार कर लिया।