पूर्व मंत्री बोले- 9 बार का विधायक CM के बराबर, मैं इतना कह दूं गोपाल भार्गव बोल रहा हूं तो CS से लेकर कलेक्टर तक कोई मेरे काम को मना नहीं करेंगे…
भोपाल : मोहन कैबिनेट में मंत्री ना बनाए जाने पर मध्य प्रदेश के सागर जिले की रहली विधानसभा सीट से विधायक गोपाल भार्गव का दर्द एक बार फिर छलका है। उन्होंने कहा कि वे मध्य प्रदेश विधानसभा में सबसे ज्यादा बार के विधायक हैं, लेकिन इस बार सरकार में उन्हें मंत्री पद नहीं दिया गया, हालांकि गोपाल भार्गव ने यह भी कहा कि नौ बार का विधायक मुख्यमंत्री के बराबर होता है। अगर चीफ सेक्रेटरी लेकर कलेक्टर को फोन कर दूं और कह दूं और कह हूं मैं गोपाल भार्गव बोल रहा हूं तो कोई भी मेरे काम के लिए इनकार नहीं कर सकता है।
9 बार का विधायक सीएम के बराबर
दरअसल, पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक गोपाल भार्गव नए साल के मौके पर रहली में विकसित भारत संकल्प यात्रा में शामिल होने पहुंचे थे जहां उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए भार्गव ने कहा कि लोग मुझसे पूंछते है कि अब तो आप मंत्री भी नहीं रहे तो अब काम कैसे होंगे तो मैं उनसे कहता हूं कि नौ बार का विधायक मुख्यमंत्री से कम नहीं होता, मुझे सिर्फ अपना नाम बताना है और चाहे मुख्य सचिव हो या कोई कलेक्टर कोई मेरे काम को मना नहीं कर सकता। मैं सिर्फ इतना बोल दूं कि गोपाल भार्गव बोल रहे तो मध्यप्रदेश के चीफ सेक्रेटरी से लेकर कोई कलेक्टर अपने काम को इनकार नहीं कर सकता है।
परिवार के ज्येष्ठ को कुछ तो त्याग करना पड़ता
जनता को संबोधित करते हुए गोपाल भार्गव ने कहा कि मैं 20 वर्षों तक विपक्ष के माध्यम से, विधानसभा के माध्यम से और आम सभा के माध्यम से आपकी मदद करता रहा हूं। 2003 में जब बीजेपी का सरकार बनी तो कैबिनेट मंत्री बना तो कृषि विभाग, राजस्व विभाग, सहकारिता विभाग जैसे आठ बड़े विभाग एक साथ मेरे पास थे, जो आज तक के इतिहास में मध्य प्रदेश में संभव नहीं हुआ। मैं मंत्री पद में लंबे समय तक रहा तो, कुछ लोगों को अटपटा लग रहा है, जो 30-35 साल का युवा है उसको याद भी नहीं होगा कि मैं विधायक रहा हूं, वह तो मुझे मंत्री के रूप में ही देखते रहे।परिवार के ज्येष्ठ को कुछ तो त्याग करना पड़ता है,अब नया दौर आ गया है। पार्टी ने कहा कि नए लोगों को लेना है, तो मैंने कहा ठीक है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो
भार्गव का यह बयान सामने आते ही राजनीति गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है, इस बयान के कई सियासी मायने निकाले जा रहे है, हालांकि इस बयान में भार्गव का इस बार मंत्री ना बनने का दर्द छलकता हुआ नजर आ रहे है, हालांकि, वो यह भी बताते नजर आ रहे है कि भले ही वो विधायक है लेकिन उनके पास पावर सीएम जितना ही है। सोशल मीडिया पर भार्गव का यह बयान वाला वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।
शिवराज सरकार में कई सालों तक कैबिनेट मंत्री रहे है भार्गव
बात दे कि गोपाल भार्गव मध्यप्रदेश के सबसे वरिष्ठ नेता है और 2023 में हुए विधानसभा चुनावों में वे नौवीं बार विधायक बने है। पिछले 20 वर्षों से भाजपा सरकार में वे कैबिनेट मंत्री रहे हैं और इस बार के चुनाव प्रचार के दौरान उन्हें मुख्यमंत्री का दावेदार भी प्रचारित किया जा रहा था, हालांकि बाद में सीएम पद के लिए डॉ मोहन यादव के नाम की घोषणा की गई। इसके बाद मंत्रिमंडल गठन में भी उनके नाम को शामिल किए जाने की चर्चा रही, लेकिन उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया, जिसका दर्द एक बार फिर छलका है।