देश में बड़ रहे मंकीपॉक्स के केस, बड़ी सरकार की चिंता…
नई दिल्ली : देश में मंकीपॉक्स (monkeypox) के चार मामलों से उभरी चिंता के बीच वैक्सीन निर्माता अदार पूनावाला (Adar Poonawalla) ने कहा है कि वह आपातकालीन स्थिति में स्मालपॉक्स (बड़ी माता) के टीकों को थोक में आयात करने की संभावना तलाश रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) मंकीपॉक्स का एक मैसेंजर RNA (mRNA) वैक्सीन विकसित करने के लिए नोवावैक्स से बात कर रहा है. पूनावाला ने एनडीटीवी का बताया कि डेनमार्क के कंपनी बावेरियन नॉर्डिक (Denmark’s Bavarian Nordic) से स्मालपॉक्स की वैक्सीन तीन माह में भारत में आ सकती है. सीरम इंस्टीट्यूट के पास लाइसेंस के तहत थोक में स्मालपॉक्स के वैक्सीन बनाने की क्षमता है.
उन्होंने कहा, “तकनीकी जानकारी रखने वाले वैक्सीन निर्माता के तौर पर हम पार्टनर्स (साझेदारों) से बात कर रहे हैं. हम नोवावैक्स से बात कर रहे हैं. हमें वास्तव में यह देखने की जरूरत है कि क्या बहुत अधिका मांग होगी या फिर तीन से चार माह में यह खत्म हो जाएगा.”पूनावाला ने कहा कि सैद्धांतिक रूप से हमें शुरुआत से लेकर एक वैक्सीन बनाने तक की प्रक्रिया में एक वर्ष से अधिक का समय लग सकता है. आपात स्थिति में हम उस कंपनी द्वारा बनाए गए उत्पाद की पूर्ण फिनिशिंग कर सकते हैं जो सुरक्षा मुद्दों (safety issues) की चिंता के बिना भारतीयों तक पहुंच सकती है. शुरुआत से इसे बनाने में कुछ समय लगेगा.