इंदौर के एमवाय अस्पताल में एंबुलेंस वालों की मनमानी पर लगेगा नियंत्रण
एंबुलेंस वालों पर लगाम कसने के लिए एमवाय अस्पताल प्रबंधन और यातायात पुलिस मिलकर कार्ययोजना बनाएंगे। इसके तहत एमवायएच परिसर में प्रीपेड बूथ बनाए जाएंगे। मरीजों और शवों को एमवाय अस्पताल से ले जाने के लिए दर तय की जाएगी। एंबुलेंस संचालकों को अपने वाहनों का पंजीयन भी करवाना पड़ेगा। इसके लिए उन्हें मासिक शुल्क भी देना होगा।उल्लेखनीय है कि दो दिन पहले ही एमवाय अस्पताल परिसर में दो एंबुलेंस संचालकों के आपसी विवाद में गोली चल चुकी है। यहां एंबुलेंस संचालकों की मनमानी पुरानी समस्या है। परिसर में जहां-तहां एंबुलेंस खड़ी रहती हैं। मरीजों को अस्पताल से घर पहुंचाने के नाम पर एंबुलेंस संचालकों पर मनमाने पैसा वसूलने के आरोप भी लगते रहे हैं। एमवायएच अधीाक्षक डा. पीएस ठाकुर ने बताया कि अस्पताल में प्रीपेड बूथ बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। यातायात पुलिस के अधिकारियों से इस संबंध में चर्चा भी हुई है। प्रीपेड बूथ की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी देते हुए डा. ठाकुर ने बताया कि सभी एंबुलेंस संचालकों को अपने वाहनों को अस्पताल में रजिस्टर्ड कराना पड़ेगा। इसके लिए एक तय मासिक शुल्क संचालकों से लिया जाएगा। प्रीपेड बूथ पर 24 घंटे कर्मचारी तैनात रहेंगे। एंबुलेंसों को क्रमानुसार काम आवंटित किया जाएगा।