टूट सकता है दूसरे लहर का रिकॉर्ड एमपी में कौन सबसे तेज मौतें भी जारी पर भी पाबंदिया नहीं
तीसरी लहर सबसे संक्रामक है, अब मौतों के आंकड़े भी बढ़ने लगे हैं। हर उम्र में मौत हुई। एक्सपर्ट ने चेतावनी दी है कि यदि संक्रमण दर नहीं घटाई तो इसका असर लंबे समय तक देखने को मिलेगा। मार्च तक तीसरी लहर खिंच जाएगी। एक दिन में कोरोना के 11 हजार से ज्यादा मरीज मिलने के बाद सख्ती नहीं बढ़ाते हुए वेट एंड वॉच का स्टैंड ले रखा है। दूसरी लहर में 13 हजार के लगभग केस अधिकतम आए थे। यह रिकॉर्ड अगले एक-दो दिन में टूट सकता है। जब कम केस आए तब सबसे ज्यादा पाबंदियां थीं, अब ज्यादा केस आ रहे हैं।सिर्फ एक पॉजिटिवफर्स्ट और सेकेंड वेब के मुकाबले थर्ड वेव में सिर्फ एक पॉजिटिव बात रही। वह है ट्रीटमेंट। सेकेंड वेव के दौरान हेल्थ को लेकर जितनी भी खामियां थीं, वे सुधारी गईं। हॉस्पिटलों में ऑक्सीजन प्लांट लगाए गए। ताकि, थर्ड वेव में जरूरत पड़ने पर ऑक्सीजन की कमी के चलते किसी मरीज की जान न जाए, इसके लिए वेंटिलेटर, कोविड केयर सेंटर भी बनाए गए। कई संसाधन हॉस्पिटलों में दिए गए।सात दिन में 47 हजार केसमध्यप्रदेश में 7 दिन में कोरोना के 47 हजार से ज्यादा केस मिल चुके हैं। आंकड़े कुछ ऐसे ही हैं। प्रदेश में 24 घंटे में कोरोना के 10 हजार, इंदौर में 3 हजार और भोपाल में 1710 केस मिल चुके हैं, जो थर्ड वेव में सबसे ज्यादा हैं, लेकिन कोरोना की फर्स्ट वेव के दौरान जितनी सख्ती और सावधानियां रहीं, वे न तो सेकेंड वेव में दिखाई दीं और न ही अब थर्ड वेव के दौरान देखने को मिल रही हैं। सब कुछ खुला है। लोग बिना मास्क के घूम रहे हैं। न कोई कार्रवाई, न ही समझाइश। नाइट कर्फ्यू भी नाम का ही है। रात 12 बजे भी शहर में निकल जाओ तो कोई रोकने-टोकने वाला नहीं। बाजारों में लोगों का जैसा मेला लगा है। आम व्यक्ति से लेकर अफसर और सरकार तक कोई गंभीर नहीं दिखाई दे रहा।सीएम शिवराज ने कहा- सावधानी से निपटेंगेइस मामले में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान का कहना है कि कोरोना बीमारी के चलते रोजगार-धंधे, आय के साधन बंद नहीं किए जा सकते। हमें सावधानी पूर्वक इसके साथ निपटना है और इसे हराना है। उन्होंने एक दिन पहले एक सरकारी कार्यक्रम को संबोधित करते समय यह बात कही।