विजयवर्गीय का कालीचरण को समर्थन भाजपा महासचिव इंदौर में बोले गिरफ्तारी गलत समझाया जा सकता था
गांधीजी को गाली देने वाले कालीचरण की गिरफ्तारी नहीं करनी चाहिए थी, उसे समझा सकते थे – कैलाश विजयवर्गीय
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने गांधी को गाली देने वाले कालीचरण की गिरफ्तारी को गलत ठहराया है। उन्होंने कहा- संतों के प्रति थोड़ा सा लिबरल (उदार) रहना चाहिए। कालीचरण महाराज को समझाया भी जा सकता था। इस तरह कानून का इस्तेमाल करना गलत है। विजयवर्गीय इंदौर में बास्केटबॉल कॉम्प्लेक्स में प्रोग्राम में शामिल होने पहुंचे थे।
विजयवर्गीय ने यह भी माना कि कालीचरण की भाषा संयमित होनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि संतों के बारे में टीका-टिप्पणी करना ठीक नहीं। भारत तेरे टुकड़े होंगे के नारे लगे और वहां पीठ थपथपाने के लिए राहुल गांधी गए। जब भारत के खिलाफ कोई टिप्पणी करे तो आप पीठ थपथपाओगे और कोई व्यक्ति अपने दिल के जज्बात कहे, तो उनके लिए बोलने का अधिकार सुरक्षित नहीं है।
गृहमंत्री ने भी गिरफ्तारी के तरीके को गलत बताया था
कालीचरण को छत्तीसगढ़ पुलिस खजुराहो से गिरफ्तार कर ले गई थी। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने गिरफ्तारी के तरीके पर आपत्ति जताई थी। उन्होंने कहा था कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने इंटर स्टेट प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया है। उन्हें सूचना देनी चाहिए थी। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नरोत्तम से सवाल करते हुए कहा था- पहले आप बताएं कि आप खुश हैं या दुखी।
कालीचरण ने रायपुर में की थी गलत बयानबाजी
रायपुर में आयोजित हुई धर्म संसद के समापन के दिन शनिवार को महाराष्ट्र से आए कालीचरण ने मंच से गांधीजी के बारे में गलत बातें कहीं। उन्होंने कहा था कि इस्लाम का मकसद राजनीति के जरिए राष्ट्र पर कब्जा करना है। सन् 1947 में हमने अपनी आंखों से देखा कि कैसे पाकिस्तान और बांग्लादेश पर कब्जा किया गया। मोहनदास करमचंद गांधी ने उस वक्त देश का सत्यानाश किया। नमस्कार है नाथूराम गोडसे को, जिन्होंने उन्हें मार दिया।