डांसर न बन सका तो कर ली आत्महत्या, PM मोदी से की आखिरी इच्छा पूरी करने की अपील
दुनियाभर में बच्चों के बीच डिप्रेशन और आत्महत्या के मामलों में तेजी से बढ़ातरी हो रही है. इसके अनेक कारणों में एक वजह मां बाप द्वारा बच्चे पर करियर को लेकर दबाब होता है. बच्चे की रुचि कुछ और करने की होती है पर अभिभवक के प्रेशर में वे कुछ बोल नहीं पाते. अंत में उन्हें एकमात्र विकल्प आत्महत्या ही नजर आता है. मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक 16 साल के नाबालिग युवक ने सिर्फ इसलिए आत्महत्या कर ली क्योंकि वह डांसर बनना चाहता था. पर परिवार के लोगों को उसका डांस करना मंजूर नहीं था. तनाव में आकर रविवार, 11 अक्टूबर को यवक ने ट्रेन से कटकर अपनी जान दे दी. मामला मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर के कैंसर पहाड़िया इलाके का है. शहर के बाबा मंदिर के पास रहने वाले 16 साल का अजीत वंशकार उर्फ अज्जू ग्यारहवीं कक्षा का छात्र था. उसे डांस करना बहुत पंसद था और वह अपना करियर भी इसी क्षेत्र में बनाना चाहता था. लेकिन परिवार वालों को उसका नाचना पसंद नहीं था. वे अपने बेटे को पढ़ाई पर ध्यान देने को कहते रहते थे. तनाव में आकर अज्जू ने आत्महत्या करने की ठान ली और रविवार को मंशा देवी मंदिर के पास ट्रैक पर लेट गया. ट्रेन आई और उसके शरीर के दो हिस्से हो गए.
ट्रैक पर लाश को देखकर आसपास के लोगों ने पुलिस को सूचना दी. शव की पहचान भी कर ली गई. पर परिवारवाले इसे आत्महत्या मानने के लिए तैयार नहीं थे. उन्हें विश्वास ही नहीं हो रहा था कि उनका बच्चे ने तनाव में आकर मौत का रास्ता चुन लिया. लेकिन पुलिस ने जब लाश की तलाशी ली तो मौके से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ, जिससे साफ हो गया कि अज्जू ने आत्महत्या ही की थी.
सुसाइड नोट में लिखा आत्महत्या का कारण
सुसाइड नोट में मृत युवक ने अपनी आखिरी इच्छा जाहिर की थी. सुसाइड नोट में युवक ने लिखा कि वह डांसर बनना चाहता था पर नहीं बन सका तो जान दे दी. उसने लिखा कि मम्मी-पापा मुझे माफ करना, मैं आपका अच्छा बेटा नहीं बन सका. मैं अच्छा डांसर बनना चाहता था, लेकिन किसी ने मेरा साथ नहीं दिया. मेरा हेयर स्टाइल और मेरे दोस्तों को पसंद नहीं किया जाता था. इसमें आपका कोई दोष नहीं है. गलती मेरी है जो मैं आप लोगों की इच्छा का ध्यान नहीं रख सका. मैं अपने साथ कई सारे राज लेकर जा रहा हूं.