ग्वालियर में हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया के रोड शो को लेकर जबलपुर हाई कोर्ट में होगी अर्जेंट सुनवाई
ग्वालियर में हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया के रोड शो को लेकर प्रशासन मुश्किल में आ सकता है. इस रोड शो के खिलाफ जबलपुर हाई कोर्ट आज अर्जेंट हियरिंग करेगा. ग्वालियर के रहने वाले ग्वालियर डोंगर ने हाई कोर्ट में याचिका लगाई है कि केंद्रीय मंत्री सिंधिया के ग्वालियर दौरे के दौरान कई कार्यक्रम होंगे. इसमें बड़ी संख्या में भीड़ जुटेगी. इससे न केवल कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन होगा, बल्कि हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की भी अवहेलना होगी.
इस याचिका में मध्य प्रदेश शासन, गृह विभाग के प्रमुख सचिव, ग्वालियर-मुरैना के कलेक्टर और एसपी को पक्षकार बनाया गया है. याचिकाकर्ता के मुताबिक कोविड की पहली और दूसरी लहर में महामारी ने अपना तांडव दिखाया था. इस दौरान कई लोगों की मौत हुई. ऐसे में तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए प्रशासन और सरकार को इस प्रकार के आयोजनों को स्वीकृति नहीं देनी चाहिए.क्योंकि, ज्योतिरादित्य सिंधिया एक बड़ा चेहरा हैं. ऐसे में उनके दौरे को भव्य रूप देने के लिए कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन हो रहा है. ग्वालियर में 144 धारा लागू है. ऐसे में विपक्ष भी केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की रैली का विरोध कर रहा है.
कभी विरोधी रहे नरेंद्र सिंह सिंह तोमर भी रहे थे साथ
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय मंत्री बनने के बाद सिंधिया पहली बार चंबल का दौरा कर रहे हैं. पहले दिन उनका भव्य स्वागत हुआ. केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी उनके साथ दिखे. सिंधिया के ग्वालियर अंचल में रोड शो पर तोमर ने कहा कि ‘कोई पावर सेंटर नहीं है. भारतीय जनता का कार्यालय ही पावर सेंटर है. सिंधिया मंत्री बनने के बाद पहली बार अपने अंचल आए हैं. उनका स्वागत सत्कार किया गया.’ साथ ही उनसे मीडिया ने सिंधिया के रोड शो में समर्थकों द्वारा झंडे नहीं लगाए जाने का सवाल किया तो तोमर ने कहा कि ‘मुझे इसमें मत उलझाइये’.