चोर, उचक्का, 420, चोर, पागल, बकवास, भ्रष्ट, शैतान, लफंगा, जैसे शब्दों के साथ किताब का हुआ विमोचन
मध्य प्रदेश विधानसभा की चार दिवसीय मॉनसून सत्र कल से शुरू होने जा रहा है. सदन के भीतर जनप्रतिनिधियों के बिगड़े बोल पर लगाम लगाने की तैयारियां पूरी हो चुकी है. विधानसभा अध्यक्ष व पक्ष-विपक्ष के नेताओं की मौजूदगी में आज असंसदीय शब्द संग्रह के पुस्तक का विमोचन किया गया है. यह किताब सभी विधायकों को दिया जाएगा, जिसमें चोर, उचक्का, शैतान, लफंगा, मवाली जैसे शब्दों की सूची है और इन्हें विधानसभा में बैन कर दिया गया है.
बताया जा रहा है कि सत्र शुरू होने से पहले प्रदेश के सभी निर्वाचित विधायकों को यह पुस्तक दी जाएगी, ताकि वे ठीक से इसे पढ़ एवं समझ लें. उन्हें निर्देश दिया जाएगा कि सदन के भीतर धोखे से भी इन शब्दों का प्रयोग नहीं होना चाहिए. इसके लिए विधायकों को विशेष ट्रेनिंग भी दी जाएगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक एमपी विधानसभा ने साल 1954 से अब तक के इतिहास में विधायकों द्वारा बोले गए 1161 वाक्यों को अससंदीय घोषित किया गया है. इनमें चोर, उचक्का, 420, चोर, पागल, बकवास, भ्रष्ट, शैतान, लफंगा, बंटाधार, पप्पू, फेंकू, मामू, मंदबुद्धि और झूठा जैसे शब्द शामिल हैं.