न स्मार्टफोन न ही इंटरनेट, अब एक ही आवाज़ पर होगा पेमेंट
इंटरनेट या स्मार्टफोन के बिना डिजिटल पेमेंट करने की कल्पना कीजिए. क्या आप ऐसा कर सकते हैं? हाँ अब आप वॉयस-बेस्ड पेमेंट (Voice Payment) एंटर करके आप फीचर फोन से आसानी से ट्रांजेक्शन कर सकते हैं.
साउंडवेव-बेस्ड पेमेंट कंपनी टोनटैग सितंबर की शुरुआत तक पूरे भारत में वॉयस-बेस्ड UPI-लिंक्ड पेमेंट लॉन्च करने के लिए तैयार है. वॉयस-बेस्ड टेक्नोलॉजी की मदद से स्मार्टफोन या इंटरनेट कनेक्टिविटी के बिना भी पेमेंट किया जा सकेगा. इसके मकसद शहरी और ग्रामीण भारत में समान रूप से डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देना है.
सितंबर के पहले हफ्ते तक लॉन्च करने की उम्मीद
टोनटैग के CEO और फाउंडर कुमार अभिषेक कहते हैं कि NPCI और RBI के साथ मिलकर हम फाइनेंशियल इन्क्लूजन पर काम कर रहे हैं.प्रोजेक्ट अब मेच्योर है. हमारे पास साउंडवेव-बेस्ड सॉफ्टवेयर के माध्यम से UPI पेमेंट करने का अप्रूवल है.
हम इसे पूरे भारत में लॉन्च करने के लिए कुछ बैंकों के साथ काम कर रहे हैं. हम सितंबर के पहले हफ्ते तक इसे लॉन्च करने की उम्मीद कर रहे हैं.
हमारा सॉल्यूशन सरकार द्वारा बेनिफिशियरी को डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर और आस-पास के व्यापारियों को पेमेंट करने में मदद करेगा. हम 50,000 गांवों और जिलों तक पहुंचने के लिए कॉ-ओपरेटिव के साथ काम करेंगे.
पूरी तरह सिक्योर प्रोसेस
वो आगे समझाते हुए कहते हैं कि व्यापारियों के पास आमतौर पर एक QR कोड और एक फोन नंबर होता है. “टेक-सेवी लोग स्मार्टफोन और QR कोड के माध्यम से पेमेंट कर सकते हैं.
लेकिन अगर आप कंफर्टेबल नहीं हैं, तो आप बस एक नंबर डायल करके कह सकते हैं कि QR कोड के नीचे मेंशन फोन नंबर पर 50 रुपये का पेमेंट करें. यह एक सिक्योर प्रोसेस है जो यूजर को कंफर्ट देता है कि वो जब बोल रहे हैं तभी ट्रांजेक्शन हो रहा है”
टोनटैग में पहले से ही स्मार्टफोन से जुड़ा वॉयस-बेस्ड पेमेंट है इसने अमेजॉन पे “नियर मी” फीचर के माध्यम से पीयर-टू-पीयर पेमेंट को इनेबल करने के लिए अमेजॉन के साथ पार्टनरशिप की है.
ये ऑप्शन यूजर्स को UPI आईडी या कॉन्टेक्ट नंबरों के एक्सचेंज के बिना शॉर्ट डिस्टेंस पर मनी ट्रांसफर करने की परमिशन देता है.
कुमार समझाते हैं कि, “यदि आप हमारे साथ जुड़े किसी रेस्टोरेंट में जाते हैं, तो आप अपने फोन पर ही मेनू देख सकते हैं. आप अपना ऑर्डर फोन से ही वॉयस कमांड द्वारा दे सकते हैं.बिल फोन स्क्रीन पर दिखाई देगा और आप अपने अमेजॉन बैलेंस से पेमेंट कर सकते हैं. आपको अपना ऑर्डर देने के लिए और पेमेंट करने के लिए लाइन में खड़े होने की ज़रूरत नहीं है”
एक बार वॉइस-बेस्ड पेमेंट में तेजी आने के बाद, फाइनेंशियल लिटरेसी की दिशा में काम करने के लिए और ज्यादा सर्विस पर काम किया जा सकता है.
शार्दुल अमरचंद मंगलदास एंड कंपनी की हेड शिल्पा मानकर अहलूवालिया ने कहा, ”पेमेंट फाइनेंशियल लिटरेसी की दिशा में पहला कदम है.जिस तरह से ऑनलाइन पेमेंट तेजी से बढ़ा और फिनटेक प्लेयर्स दूसरी फाइनेंशियल सर्विसेज ऑफर करने लगे, वॉइस-बेस्ड पेमेंट का फ्यूचर भी ऐसा हो सकता है. क्रेडिट कार्ड, म्यूचुअल फंड और इंश्योरेंस जैसे प्रोडक्ट में भी इसका इस्तेमाल हो सकता है. उदाहरण के लिए, एक वॉयस कमांड हो सकता है जिसमें कहा गया हो कि ‘क्या आप इंश्योर्ड हैं? यदि नहीं, तो यहां आपके लिए इंश्योरेंस ऑप्शन हैं. वॉइस-बेस्ड टेक्नोलॉजी के साथ ऐसा विकास काफी हद तक संभव है. साउंडवेव पेमेंट का कॉन्सेप्ट हमारे देश में बहुत जरूरी है जहां अधिकांश लोग फाइनेंशियल लिटरेट नहीं है और उनके पास स्मार्टफोन और इंटरनेट कनेक्टिविटी का अभाव भी है . NPCI स्मॉल टिकट पेमेंट करने के लिए एक स्टेबलिश प्लेटफॉर्म है, वहीं साउंडवेव टेक्नोलॉजी को बड़े स्केल पर इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत है. मैं कुछ फर्मों को जानता हूं जिन्होंने पहले इसे ट्राई किया था. उदाहरण के लिए, ट्रेनों में पेमेंट करना जहां इंटरनेट कनेक्टिविटी को लेकर श्योर नहीं है. लेकिन उन्होंने कितनी प्रोग्रेस की है, इस पर कोई अपडेट नहीं है”
अहलूवालिया का कहना है कि वाइडर एडॉप्शन के लिए इंटरफेस को यूजर फ्रेंडली होना चाहिए. इसके अलावा, इसे कई भाषाओं को सपोर्ट करना चाहिए.