अवैध शराब का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा, शिवराज सरकार घेरे में
मध्य प्रदेश में नकली शराब से होने वाली मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. एक के बाद एक जहरीली शराब से लोगों के मरने के सिलसिला जारी है. इस मसले पर कांग्रेस पार्टी ने शिवराज सरकार पर चौतरफा हमला बोल दिया है. विपक्ष की ओर से चौतरफा हमले के बाद गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि आने वाले समय में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए शिवराज सरकार कड़ा कानून लेकर आएगी.
जीतू पटवारी ने कहा कि यह सभी मौतें सरकार की लापरवाही का नतीजा है. जीतू पटवारी ने जहरीली शराब मामले में शिवराज सरकार द्वारा गठित एसआईटी पर भी सवाल उठाए. पटवारी ने कहा कि उज्जैन में शराब कांड के बाद जांच कमेटी बनाई गई जिसकी जिम्मेदारी राजेश राजौरा अपर सचिव,गृह विभाग को सौंपी गई. इसके बाद मुरैना में जब लोगों की मौत हुई तब भी राजेश राजौरा को जांच की ज़िम्मेदारी दी गई. लेकिन इन कमेटियों का क्या हुआ? इसका कुछ अता पता नहीं है.
जीतू पटवारी ने प्रदेश में शिवराज सरकार के आने के बाद जहरीली शराब से हुई मौतों के बारे में बताते हुए कहा कि मंदसौर में अब तक शराब से 11 लोगों की मौत हो चुकी है, लेकिन औपचारिक तौर पर 6 या सात लोगों की मौत ही दर्ज की गई है. जीतू पटवारी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर हमला बोलते हुए कहा कि मुख्यमंत्री कहते थे कि माफियाओं को दस हाथ गहरे गड्ढे में गाड़ दूंगा, वो गड्ढा आज कहां है? पटवारी ने कहा कि आज मध्य प्रदेश माफियाओं के पनाह की जगह में तब्दील हो चुकी है.