जानिये कांग्रेस में होने वाले हैं अब तक के सबसे बड़े 4 बदलाव
कांग्रेस में पिछले कई दिनों से दिल्ली सहित तमाम राज्यों में उठापटक चल रही है. इस उठापटक के दौरान कांग्रेस में कई बदलाव होने जा रहे हैं. इन बदलावों के बाद कांग्रेस के आलाकमान के साथ-साथ जमीनी स्तर पर भी काफी बदलाव देखने को मिलेंगे. आज जानते हैं उन्हीं चार बड़े बदलावों के बारे में –
1 – पंजाब संगठन में हो सकता है बदलाव
पिछले कई दिनों से पंजाब कांग्रेस में चल रही कलह मीडिया में सुर्खियां बनाये हुए था. मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह व नवजोत सिंह सिद्धू समेत कांग्रेस आलाकमान कई दौर की बातचीत भी कर चुका था. लेकिन मसला सुलझता नहीं दिख रहा था. आलाकमान के द्वारा बनाई गई तीन सदस्यों की कमेटी ने भी दोनों पक्षों तथा विधायकों से बातचीत की. लेकिन मामला उलझता ही जा रहा था. कई दौर की बैठकों के बाद भी मामला वहीं का वहीं अटका रहा. दोनों पक्ष अपनी बातों पर अड़े हुए थे. जिसके बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने बगावत के संकेत दिए. जिसके बाद आलाकमान ने बैठके कीं. जिसके बाद खबरें आईं की आलाकमान पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष की कमान नवजोत सिंह सिद्धू को सौंप रहा है. हालांकि अमरिंदर सिंह मुख्यमंत्री बने रहेंगे और 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों में वही पार्टी का मुख्य चेहरा होंगे.
2 – पर्दे के पीछे से कांग्रेस को संभालेंगी सोनिया गांधी
कांग्रेस में हालिया बदलावों के बाद सोनिया गांधी की भूमिका में बड़ा बदलाव आएगा. अभी तक वह फ्रंट पर रहकर कांग्रेस का नेतृत्व कर रही थीं. कुछ समय के लिए राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनकर नेतृत्व कर रहे थे. लेकिन उनके इस्तीफा देने बाद सोनिया गांधी ही यह काम संभाल रही थीं. लेकिन अब किसी अन्य के अध्यक्ष बनने के बाद वह पर्दे के पीछे से पार्टी को चलाएंगी.
3 – कमलनाथ बनेंगे कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष
2019 में लोकसभा चुनावों में हार के बाद राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. जिसके बाद से यह पद रिक्त है. तब से कांग्रेस में कार्यकारी अध्यक्ष पद रहकर सोनिया गांधी कामकाज संभाल रही हैं. लेकिन उन्होंने साफ़ कर दिया है कि वह अब अध्यक्ष पद पर और नहीं रह सकती हैं. उन्होंने कांग्रेस राष्ट्रीय कार्यकारिणी की पिछली बैठक के दौरान साफ़ कर दिया था कि पार्टी जल्द ही किसी अन्य को पूर्णकालिक अध्यक्ष के आतुर पर चुने.
जिसके बाद से खबरें आ रही हैं कि पार्टी के अध्यक्ष की तलाश कमलनाथ के ऊपर जाकर खत्म हो गई है. संगठन पहले उन्हें कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी देना चाह रहा था. लेकिन कमलनाथ ने यह पद स्वीकार नहीं किया. जिसके बाद उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जा सकता है. इसके पीछे कहा जा रहा है कि अहमद पटेल के बाद कमलनाथ ही गांधी परिवार के सबसे नजदीक हैं. उनके अध्यक्ष पद से किसी को भी कोई दिक्कत नहीं होगी. उनकी पार्टी के हर नेता व संगठन में अच्छी पकड़ है. इसके साथ ही जी-23 के नेताओं से भी कमलनाथ के अच्छे संबंध हैं.
4 – लोकसभा में विपक्ष के नेता बनेंगे राहुल गांधी
लोकसभा के 17 वें कार्यकाल में विपक्ष के नेता के तौर पर कांग्रेस ने अधीर रंजन चौधरी को जिम्मेदारी दी. हालांकि वह इस जिम्मेदारी को सही रूप से नहीं निभा पाए. न ही वो सदन के अंदर इतने प्रभावी रहे और न ही सदन के बाहर. विवादों को छोड़ दें तो शायद ही उन्हें मीडिया कवरेज मिली हो. कांग्रेस अब इसमें बदलाव करना चाह रही है. कांग्रेस पार्टी अब लोकसभा में आक्रमक तौर से पेश आने की रणनीति बना रही है. जिसके लिए वह अपना नेता में बदलाव करेगी. खबर है कि कांग्रेस लोकसभा में विपक्ष के नेता के तौर पर राहुल गांधी को जिम्मेदारी देगी. जिससे सदन के साथ-साथ सदन के बाहर भी सरकार को अच्छे तरह से घेरा जा सके.