“भूत पिशाच निकट नहिं आवे, महावीर जब नाम सुनावे” क्यों हनुमान जी नाम सुन भूतों की छुट्टी हो जाती है.
कई बार मूवी और सिरियल्स में देखा होगा कि जब कभी सुपर नेचुरल पावर यानी आत्माओं का कोई सीन या इंसान को डर लगता है या फिर वो अकेला किसी सुनसान जगह पर जा रहा होता है तो उसके मुंह से सबसे पहले हनुमान जी का नाम या फिर हनुमान चालीसा की लाइन्स निकलने लगती है.
हनुमान चालीसा का पाठ करते ही मन में एक पॉजिटिव एनर्जी का संचार होता है और डर छू मंतर हो जाता है.
क्यों डरते हैं भूत पिशाच
हनुमान जी शिव भगवान के रुद्र रूप के 11 वें अवतार हैं जैसा कि आपको पता है कि भगवान शिव भूत, प्रेत, पिशाचों के स्वामी है ठीक उसी प्रकार हनुमान जी भी भूत, प्रेत,पिशाचों के स्वामी हुये यही कारण है कि हनुमान जी का नाम लेते ही डर मन से समाप्त हो जाता है.
दूसरा कारण ये भी माना जाता है कि हनुमान जी से यम, शनि, राहु, केतु ये विनाशकारी ग्रह भय खाते हैं क्योंकि हनुमान जी को देवताओं से ये वरदान मिला था कि शनि, यम, राहु, केतु उन्हें छू भी नहीं सकते हैं और न ही उनके भक्तों का अहित कर सकते हैं
यहीं कारण है कि जब डर लगता है या मन मे नकारात्मक विचार आते हैं तो घर के बड़े सबसे पहले हनुमान चालीसा का पाठ हर सुबह करने को कहते हैं जिससे मन और विचार दोनों साफ रहते हैं.
‘अन्त काल रघुबर पुर जाई। जहाँ जन्म हरि–भक्त कहाई।। और देवता चित्त न धरई। हनुमत् सेई सर्व सुख करई।।
यानी जो व्यक्ति हनुमान जी का ध्यान करता है. उनकी पूजा और हनुमान चालीसा का पाठ नियमित रूप से करता है उसके साथ साथ उसके सारे पापों को हनुमान जी माफ भी कर देते हैं और मन से बुरे ख़्याल और विचारों को निकाल के पॉजिटिव एनर्जी का संचार कर देते हैं. हनुमान जी अपने भक्तों पर हमेशा अपनी कृपा दृष्टि बना के रखते है और उनकी रक्षा करते हैं.