कमलनाथ को काला दिल वाला बता बुरे फंसे शिवराज के मंत्री
भोपाल/ भिंड। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को काला दिल वाला कहकर बुरी तरह से फंस गए हैं। कांग्रेस के ग्वालियर- चम्बल संभाग के मीडिया प्रभारी केके मिश्रा ने सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया के अमर्यादित बयान की निंदा करते हुए कहा कि सहकारिता मंत्री ने पद की गरिमा का भी ध्यान नहीं रखा। उन्होंने जिस तरह की भाषा का उपयोग किया है उससे उनके संस्कार सार्वजनिक हो गए गए। प्रदेश में एक नई तरह की राजनीति की शुरुआत हो गई है।
भिंड में एक सभा के दौरान मंत्री, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर निशाना साध रहे थे। इस दौरान उन्होंने एक पुरानी घटना का हवाला देते हुए कहा कि “दिग्गी राजा ने मुझे खरीदने की कोशिश की थी। एक चंबल के बेटे को. उनके ….. भी नहीं खरीद पाएंगे।”
अरविंद भदौरिया मंत्री बनने के बाद पहली बार भिंड पहुंचे थे. अरविंद भदौरिया भिंड जिले के अटेर विकासखंड अंतर्गत ग्राम ज्ञानपुरा के रहने वाले हैं और अटेर विधानसभा से दूसरी बार विधायक चुने गए हैं। उन्हें शिवराज कैबिनेट में मंत्री पद मिला है.
सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि दिग्गी राजा ने जीतू पटवारी को मार मार के ….. सुजा दिया था. मेरे भाई को घर से उठवा लिया। मुझे धमकाया, तब मैंने कहा था दिग्गी राजा के ….. में जितना दम है वो कर लें. मैं पीछे हटने वाला नहीं हूं. मैंने सभी 22 विधायकों की रखवाली की।
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को लेकर सहकारिता मंत्री ने कहा कि वो काले दिल वाले हैं।
कांग्रेसी नेता के. के. मिश्रा ने कहा कि शनिवार को गृह जिले में एक समारोह में मंत्री भदौरिया द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, जीतू पटवारी के खिलाफ अभद्र-अमर्यादित भाषा प्रयोग की । यह उनके संस्कार, वैचारिक और शाब्दिक दरिद्रता का प्रतीक है। भदौरिया को जो राजनीतिक-पारिवारिक विरासत मिली है, उसी की उन्होंने सार्वजनिक व्यक्त किया है। कांग्रेस इसके लिए उनका आभार व्यक्त करती है। उन्होंने कहा कि नए नवेले मंत्री पद से अभिभूत भदौरिया ने जिस तरह अमर्यादित शब्दों का प्रयोग किया है उससे प्रदेश का राजनैतिक वातावरण न केवल दूषित हुआ है, एक गंदी राजनीति की भी शुरुआत हो चुकी है। सरकारें और पद आते-जाते रहते हैं किंतु आपने मंत्री पद की गरिमा को भूलकर संस्कारों को सार्वजनिक कर दिया है।