सीधी जिले में सड़क के चोरी हो जाने के बाद गुना में चोरी हुई नाली
मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों से अजीबो गरीब चोरी के मामले सामने आ रहे हैं. कहीं सड़क चोरी हो जा रही है तो कहीं कुछ और. कुछ दिनों पहले सीधी जिले में एक सड़क चोरी होने के मामले ने सुर्खियां बटोरी थीं. वहीं अब गुना जिले से अजीबो-गरीब खबर सामने आई है. यहां एक नाली चोरी हो गई है. इसकी शिकायत विधायक लक्ष्मण सिंह से की गई है. विधायक ने भी नाली चोर को ढूंढकर उसे बनवाने का आश्वासन दिया. मामला जिले के चांचौड़ा विधानसभा क्षेत्र के देदला गांव का है.
गौरतलब है कि चांचौड़ा से विधायक लक्ष्मण सिंह गुरुवार को त्रैमासिक समीक्षा बैठक ले रहे थे. इस दौरान उनके समक्ष एक दिलचस्प मामला आया. देदला गांव के रहने वाले शिवराज मीना ने गांव में नाली चोरी होने की शिकायत की. उन्होंने विधायक को बताया कि साल 2019 में 23 दिसंबर को गांव में ही रहने वाले सुरेश के मकान से लेकर श्मशान घाट की ओर नाली का निर्माण होना था. ये नाली डेढ़ लाख रुपए की लागत से बनाई जानी थी. शिवराज ने कहा कि लेकिन गांव में तो कोई नाली दिखाई ही नहीं दे रही, लेकिन इस नाली निर्माण का पिछले साल 22 जनवरी को 49,915 रुपए का भुगतान कर दिया गया. इससे ऐसा लग रहा है कि नाली बनने के बाद चोरी हो गई. यह पीड़ा सुनने के बाद विधायक लक्ष्मण सिंह भी उसी अंदाज में आ गए. उन्होंने फरियादी से कहा- ‘चिंता मत करो, जिसने नाली चुराई है, वही बनवाएगा.” इसके साथ ही उन्होंने जनपद पंचायत के जिम्मेदारों से कहा कि जिसने नाली बनाए बिना ही सरकारी पैसा निकाल लिया है, उससे पैसा वसूलकर नाली का निर्माण कराया जाए.
आपको बता दें कि गाँवों में नाली निर्माण का अधिकार सरपंच को होता है. गांव की सरपंच फिलहाल संतोष बाई पति पीतम सिंह हैं. इनसे पूछताछ की जाएगी और इन पर कार्रवाई भी हो सकती है.
पहले सीधी जिले में चोरी हो गई सड़क
मध्य प्रदेश के सीधी जिले के एक गांव में 20 लाख की लागत बनी एक किलोमीटर लंबी सड़क के रातोंरात गायब होने का मामला सामने आया है. सुबह उप सरपंच और गांव वाले सड़क के गायब होने की पुलिस थाने में शिकायत करने पहुंच गए. इससे पुलिस और जनपद पंचायत सीईओ भी हैरान हैं.पूरा मामला भ्रष्टाचार से जुड़ा बताया जा रहा है. उप सरपंच और ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि बारिश में यहां से निकलना मुश्किल हो गया है. वे जिस जगह की शिकायत कर रहे हैं, वहां रात तक सड़क थी. सुबह तक गायब हो गई. सड़क की चोरी होने का मामला जब जनपद पंचायत पहुंचा, तो CEO भी हैरान रहे गए. जनपद CEO भी स्वीकार किया है कि सड़क चोरी होने की शिकायत मिली है.