दाऊद और अंडरवर्ड की तरफ क्यों भागता है बॉलीवुड?
90 के दशक की बात करें तो बड़े पर्दे पर ऐसी कई कहानियों ने जन्म लिया जिनकी पृष्ठभूमि में या तो अंडरवर्ल्ड डॉन थे या फिर उनके द्वारा किए गए हमलों का ज़िक्र.
बड़े पर्दे पर उस ‘आतंक’ की झलक अक्सर दिखाई गई जो इन रियल लाइफ़ डॉन ने कभी दुनिया को दिखाई थी.
अंडरवर्ल्ड से जुड़े जितने भी बड़े नाम रहे हैं, उनकी कहानियों को सिल्वर स्क्रीन पर दर्शकों ने बहुत ही चाव से देखा है. फिर चाहे अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम हों या फिर इस जुर्म की दुनिया के दूसरे गैंगस्टर छोटा राजन, माया डोलस, मान्या सुर्वे हों, सभी को दर्शक देख चुके हैं.
इस बात से इनकार करना शायद मुश्किल है कि दाऊद इब्राहिम को देखने की फैंटेसी जितनी गहरी है, उतनी शायद किसी और किरदार की नहीं है.
दाऊद के किरदार पर बनी ये फ़िल्में
दाऊद के किरदार पर बनी चर्चित फ़िल्मों का ज़िक्र करें तो अनुराग कश्यप की ‘ब्लैक फ्ऱाइडे’, राम गोपाल वर्मा की ‘कंपनी’ और निखिल आडवाणी की ‘डी डे’ है.
वहीं, मिलन लूथरिया ने ‘वंस अपन ए टाइम इन मुंबई’ में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद के उदय को दिखाया था. इन फ़िल्मों के अलावा हसीना पारकर और वेब सिरीज़ ‘एक थी बेगम’ में भी दाऊद का ज़िक्र किया गया है.
साल 2002 में आई फ़िल्म ‘कंपनी’ की कहानी दाऊद इब्राहिम की ज़िंदगी पर आधारित थी. फ़िल्म में मुख्य कलाकार अजय देवगन थे, जिन्होंने पर्दे पर दाऊद का किरदार निभाया. इसी फ़िल्म से अभिनेता विवेक ओबेरॉय ने अपने करियर की शुरुआत की थी.
2021 डी कंपनी भी दाऊद के जीवन पर आधारित है