जानिए क्या है ब्लैक फंगस महामारी, क्या है लक्षण और बचाव
कोरोना महामारी की दूसरी लहर भयानक साबित हुई. मई में ही अब तक 17 लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं. हालांकि अब कुछ हद तक जाकर मरीजों की संख्या में कुछ कमी आई. लेकिन मृतकों का आंकड़ा जस का तस बना हुआ है. इसी बीच ब्लैक फंगल इन्फेक्शन के मरीज सामने आने लगे, जिसने स्वास्थ्य विभाग की चिंताएं बढ़ी दीं. मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में तो इसे महामारी घोषित कर दिया गया. ऐसी परिस्थिति में यहां जानिए ब्लैक फंगस से जुड़ी हर जरूरी जानकारी जो आपके लिए जानना जरूरी है.
ब्लैक फंगस क्या है
यह एक तरह का फंगल इन्फेक्शन है, जो कोरोना संक्रमण से ठीक होने वाले मरीजों को हो रहा है. आईसीएमआर ने बताया कि ये उन लोगों में तेजी से फैल रहा है, जिनकी इम्युनिटी कमजोर है, या जो अभी-अभी कोरोना या अन्य किसी बीमारी से उबरे हैं. इन लोगों में इन्फेक्शन से लड़ने की क्षमता कम होती है, इसी कारण इन्फेक्शन का खतरा ज्यादा रहता है.
क्या खतरनाक है ब्लैक फंगस?
यह एक जानलेवा बीमारी है. विशेषज्ञों ने बताया कि सही समय पर इलाज नहीं मिला तो जान जा सकती है. शुरुआत में आंखों पर अटैक करने के बाद पूरे शरीर में संक्रमण फैलता है. डॉक्टरों को अंत में सर्जरी कर संक्रमित आंख या जबड़े के हिस्से से फंगस निकालना पड़ता है.
क्या हवा के जरिए फैलता है?
विशेषज्ञों का मानना है कि ब्लैक फंगस मरीज की चमड़ी से भी पनप सकता है, स्किन पर चोट वाले हिस्से के जरिए यह आसानी से फैलेगा. बताया गया है कि हवा में फैले वायरस के संपर्क में आने से भी व्यक्ति संक्रमित हो सकता है. हालांकि बताया गया है कि यह कोरोना वायरस जितनी तेजी से नहीं फैल रहा.
ब्लैक फंगस के ये हैं लक्षण
बुखार आना
सर दर्द होना
खांसी या सांस फूलना
आंखों में जलन या लाल होना
आंखें दर्द करना
आंख फूलना (एक चीज दो दिखना, दिखना बंद होना)
चेहरे पर सूजन, दर्द या सुन्न पड़ना
दांत में दर्द, दांत हिलना, चबाने में तकलीफ
कफ होना, बलगम में खून आना
इन तरीकों के अपनाने से बच सकते हैं आप
धूल, मिट्टी या तेज हवा वाली जगहों पर मास्क पहनें
मिट्टी, काई या खाद के पास जाते वक्त तन पूरी तरह ढकें, ग्लव्स व फूल स्लीव्स के कपड़े पहनें
अपने आसपास सफाई रखें
डायबिटिक चीजों से दूर रहें
स्टेरॉयड का इस्तेमाल कम करें
इम्यूनोमॉड्यूलेटिंग ड्रग (इम्यूनिटी बढ़ाने वाले ड्रग) लेने से बचें.