खाद की बढ़ी कीमतों को वापस नहीं लिया, तो सीएम हाउस के सामने होगा धरना: जीतू पटवारी
भोपाल: मध्यप्रदेश में मानसून समय से पहले आने की संभावना है. ऐसे में किसान खरीफ फसल बोनी की तैयारी में अभी से जुट गए हैं. किसान खाद की तलाश कर रहे हैं. सोसायटीयों में खाद के दाम बढ़े होने से दिक्कतें आ रही है. प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष व पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने खाद की बढ़ी कीमतों को वापस नहीं लिया, तो सीएम हाउस के सामने धरना दिया जाएगा. उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर कहा कि कोरोना और पेट्रोल-डीजल के दामों से जूझ रहे किसान महंगाई की मार झेलने को मजबूर हैं. आपने खाद की कीमतों में आश्चर्यजनक रूप से बढ़ोतरी कर किसानों पर एक बोझ और डाल दिया है.
पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने कहा, डीएपी व एनपीके की कीमत 1200 से 1900 रुपए करने को न्यायोचित नहीं माना जा सकता. अगर सरकार इस निर्णय को वापस नहीं लेती, तो सीएम हाउस के सामने धरना दिया जाएगा और कांग्रेस चरणबद्ध तरीके से पूरे प्रदेश में आंदोलन करेगी. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश के कई नेताओं से कोरोना के बारे में जानकारी ली. उनके जिलों में संक्रमण दर, बेड, ऑक्सीजन, दवाइयों आदि की उपलब्धता पर चर्चा की.
गौरतलब है बीते साल मध्यप्रदेश की सोसायटियों में खाद की किल्लत बनी हुई थी. किसानों को समय पर खाद न मिलने से फसल बर्बाद होने की कगार पर आ गई थी. सरकार के तमाम कोशिशों के बाद भी खाद की किल्लत बनी रही. जिसका नतीजा खाद की बाजारों में कालाबाजारी के रूप में देखने को मिला. यूरिया- डीएपी खाद की कीमत किसानों को मुश्किल में डालने वाले रहे. खाद के बढ़े हुए दामों से प्रदेश भर के किसान परेशान हुए.