मुख्यमंत्री ने शराब की ऑनलाइन डिलवरी का प्रस्ताव पुनर्विचार के लिए लौटा दिया था, लेकिन ठगों ने अपना धंधा चालू कर दिया
मध्य प्रदेश में शराब की ऑनलाइन डिलीवरी का प्रस्ताव सरकार के पास आया था. हालांकि मुख्यमंत्री ने इस प्रस्ताव को पुनर्विचार के लिए भेज दिया था. जिसके बाद प्रदेश में ऑनलाइन शराब की बिक्री को मंजूरी नहीं मिली. लेकिन ठगों ने अपना काम चालू कर दिया है.
खबर है कि ये ठगी करने वाला गिरोह दिल्ली से ऑपरेट कर रहा है. बदनामी के डर से लोग इसकी शिकायत भी नहीं कर रहे. आरोपी एडवांस बुकिंग का झांसा देकर आधी राशि जमा करा लेते हैं. 2 घंटे के अंदर डिलीवरी देने का दावा करके फोन स्विच ऑफ कर लेते हैं.
राजधानी में इस तरह की ताजा ठगी ईदगाह हिल्स निवासी वेदप्रकाश ग्रोवर के साथ हुई. सिविल कांट्रेक्टर वेद प्रकाश को उनके एक परिचित व्यक्ति ने दो मोबाइल नंबर मुहैया कराए थे.
उन्होंने जब इस नंबर पर बात की तो उन्हें बीयर की 5 पेटी के लिए 13500 रुपए मांगे. फोन करने वाले अज्ञात आरोपी ने आधे 6750 रुपए एडवांस जमा करा लिए. इसी तरह उनके परिचित से भी आरोपी ने 3 पेटी के एवज में 5400 रुपए जमा करा लिए थे. अब न तो शराब की डिलवरी पहुंची और न ही अब नंबर पर फ़ोन लग रहा है.