उर्जा मंत्री ने कहा आरटीओ को सस्पेंड कर दिया, आरटीओ ने किया मना
ग्वालियर में मंगलवार को एक बड़ा सड़क हादसा हो गया था. मंगलवार की सुबह एक बस और ऑटो की भिंड़त में 13 लोगों की मौत हो गई थी. जिनमें 12 महिलाएं और ऑटो ड्राइवर शामिल थे. ये सभी महिलाएं मंगल दिवस पर खाना बनाकर एक ही ऑटो में सवार होकर आ रहीं थीं. जैसे ही ऑटो आनंदपुर ट्रस्ट के सामने पहुंचा, वैसे ही बस ने टक्कर मार दी.
हादसे के बाद पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा था कि हमने आरटीओ को सस्पेंड कर दिया है. वहीं, अब इस मामले को लेकर अलग ही कहानी सामने आ रही है. आरटीओ कमिश्नर मुकेश जैन का कहना है कि उन्हें इस संबंध में कोई निर्देश नहीं मिला है. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या ऊर्जा मंत्री ने वहां मौजूद परिजनों को शांत करने के लिए ऐसा बयान दिया था? लोग सवाल कर रहे हैं कि क्या सरकार में उर्जा मंत्री को कोई तवज्जो नहीं दे रहा है?
मंत्री और अफसरों के बीच कॉर्डिनेशन की कमी फिर आई सामने
आरटीओ कमिश्नर के इस बयान के बाद सरकार के मंत्री और अफसरों के बीच कॉर्डिनेशन की कमी का मामला एक बार फिर सामने आ गया. इससे पहले भी मंत्री और अफसरों के बीच कॉर्डिनेशन की कमी देखी चुकी है, जब मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पेट्रोल पर लगने वाले टैक्स को पेट्रोल के दाम से जोड़कर दर कम किए जाने का बयान दिया था. इस बयान के बाद सरकार की किरकिरी हुई थी, जिसके बाद अधिकारियों ने स्थिति साफ की थी.