स्वच्छता सर्वे को लेकर अलर्ट पर रहें सभी वार्ड मॉनिटर, क्षेत्र में जाकर आमजनों को करें जागरूक : निगमायुक्त
स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 के लिए शहर के सभी वार्ड मॉनिटर एवं क्षेत्राधिकारी अलर्ट पर रहें, क्योंकि सर्वेक्षण की टीम कभी भी शहर में आ सकती है और स्वच्छता सर्वेक्षण में उच्च रैंक के लिए शहर वासियों का सकारात्मक फीडबैक अत्याधिक आवश्यक है इसके लिए आम जनों को स्वच्छता सर्वेक्षण के प्रति जागरूक करें और उन्हें स्वच्छता सर्वेक्षण दल द्वारा पूछे जाने वाले प्रश्नों के बारे में जानकारी दें जिससे वह सकारात्मक जवाब देकर शहर की उच्च स्वच्छता रैंकिंग के लिए सहभागी बन सकें।
नगर निगम आयुक्त श्री शिवम वर्मा ने आज शनिवार को निगम मुख्यालय स्थित सभागार में स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 को लेकर सभी वार्ड मॉनिटर, क्षेत्राधिकारी, सहायक स्वास्थ्य अधिकारी ,डब्ल्यूएचओ एवं अन्य सभी संबंधित अधिकारियों की बैठक ली तथा सभी को स्पष्ट निर्देश दिए की स्वच्छता सर्वेक्षण के दौरान किसी भी प्रकार की लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी, जिस किसी वार्ड की रैंकिंग कम आएगी, उसके संबंधित अधिकारी के खिलाफ अत्यधिक कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसी के लिए सभी वार्ड अधिकारी अपने अपने क्षेत्र में बेहतर व्यवस्था के लिए अलर्ट पर रहें। निगमायुक्त श्री वर्मा ने बताया कि इस वर्ष स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 के नियमानुसार यदि किसी एक वार्ड की रैंकिंग कम रहती है तो पूरे शहर की रैंकिंग उसी के अनुसार आंकलित की जाएगी। इसीलिए सभी वार्ड में अच्छी रैंकिंग के लिए अधिकारी कार्य करें। सभी संबंधित अधिकारी अपने अपने क्षेत्र में फील्ड में रहे और आम जनों को सकारात्मक फीडबैक के लिए जागरूक करें तथा उन्हें स्वच्छता सर्वेक्षण दल द्वारा पूछे जाने वाले सवालों के बारे में भी जानकारी दें।
नगर निगम आयुक्त श्री शिवम वर्मा ने कहा कि स्वच्छता मिशन के प्रति आमजनों को जागरुक के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत सभी अधिकारी व कर्मचारी अपने-अपने क्षेत्र के घरों में लोगों को मुख्यतः चार प्रकार के कचरे के बारे में जागरुक करें। जिसमें सूखा कचरा में पुष्ठा, अखबार, कपडा, प्लास्टिक एवं कांच के टुकडे आदि। गीला कचरा बची हुई खाद्य सामाग्री, फल, मीट, घास, पेड की पत्तियां एवं सब्जी के छिलके आदि। जैविक अपशिष्ठ कचरे में सेनेटरी नेपकिन्स, डायपर, मास्क, एक्स्पायर्ड दवाईयां, सुई, ग्लब्स एवं टिशु पेपर आदि। घरेलू हानिकारक कचरे में उपयोग किए पेन्ट के डिब्बे, बल्व सीएफएल, टयूबलाइट एवं बैटरी आदि शामिल हैं। इन चारों प्रकार के कचरे के बारे में आमजन को बताना है तथा जब स्वच्छता सर्वेक्षण का दल आए तो भी उन्हें यह जानकारी देना है कि हम सभी चार प्रकार के कचरे के बारे में जागरुक हैं ।
बैठक में अपर आयुक्त श्री नरोत्तम भार्गव सहित सभी संबंधित वार्ड मॉनिटर, क्षेत्राधिकारी, स्वास्थ्य अधिकारी ,सहायक स्वास्थ्य अधिकारी एवं डब्ल्यूएचओ उपस्थित रहे।