बैंको के निजीकरण के खिलाफ आज भी जारी है हड़ताल
बैंको के निजीकरण के खिलाफ आज भी हड़ताल जारी है. बैंक कर्मचारी निजीकरण के खिलाफ लगातार दो दिनों से विरोध कर रहे हैं. प्रदेश समेत पूरे देश में बैंक कर्मचारी इस हड़ताल का समर्थन कर रहे हैं. यह आंदोलन यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर बुलाई गई थी. यह यूनियन नौ यूनियनों को मिलाकर बनाई गई है. इस हड़ताल में सोमवार को ही पूरे देश में 250 लाख करोड़ रुपए का व्यापार प्रभावित हुआ है. वहीं अगर मप्र की बात करें तो पांच लाख करोड़ रुपए का व्यापार प्रभावित होने का अनुमान है. इस हड़ताल में बैंक के मैनेजर से लेकर सफाईकर्मचारी भी शामिल हुए.
इस हड़ताल की वजह से बैंकिंग उद्योग पूरी तरह से ठप हो गया है. बता दें कि देशभर में एक लाख बैंकों के करीब 5 लाख से ज्यादा कर्मचारी बैंकों के निजीकरण की खिलाफत कर रहे हैं. कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए कर्मचारियों ने अलग-अलग बैंकों के सामने प्रदर्शन किया है. यह हड़ताल आज भी जारी है। इस हड़ताल के कारण आम लोगों का काम आज भी प्रभावित रहा है. इस हड़ताल के कारण व्यापार में भी काफी असर देखने को मिल रहा है.
ये संगठन शामिल हैं हड़ताल में
ऑल इंडिया बैंक एम्प्लाइज एसोसिएशन (एआईबीईए), ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कंफेडरेशन (एआईबीओसी), नेशनल कंफेडरेशन ऑफ बैंक इम्प्लॉइज (एनसीबीई), ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन (एआईबीओए), बैंक इम्प्लॉइज कंफेडरेशन ऑफ इंडिया (बीईसीआई), इंडियन नेशल बैंक एम्पलाईज फेडरेशन (आईएनबीईएफ), इंडियन नेशनल बैंक आफीसर्स कांग्रेस (आईएनबीओसी), नेशनल आर्गनाइजेशन आफ बैंक वर्कर्स (एनओबीडब्ल्यू), नेशन आर्गनाइजेशन ऑफ बैंक ऑफीसर्स (ए