क्या आप जानते हैं कि सबसे बड़ी शिव प्रतिमा कहां है? जानें 5 सबसे बड़ी शिव प्रतिमाओं के बारे में
देश में भगवान शिव की भी दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा बनाने का काम तेज हो गया है. राजस्थान के श्रीनाथद्वारा में भगवान शिव की सबसे ऊंची प्रतिमा बनाई जा रही है. 351 फीट ऊंची बन रही यह प्रतिमा 20 किमी दूर से ही नजर आएगी. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस वक्त दुनिया में शिव की सबसे ऊंची प्रतिमा कहां है? दिलचस्प है कि वह भारत में नहीं है.
1) कैलाशनाथ महादेव, नेपाल- 143 फीट
भगवान शिव की ऊंची प्रतिमाएं भारत के अलावा नेपाल और मॉरिशस जैसे देशों में भी बनी हुई हैं. लेकिन जब बात सबसे ऊंची प्रतिमा की आती है, तो फिलहाल यह तमगा नेपाल के पास है. वहां चित्तपोल सांगा जिला भक्तापुर में भगवान शिव की दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति है. इसकी ऊंचाई 143 फीट है. साल 2010 में बनकर तैयार हुई इस प्रतिमा को बनाने में 6 साल और 11 करोड़ रुपये की लागत आई.
2) मुरुदेश्वरा, कर्नाटक- 123 फीट
विश्व की दूसरी सबसे ऊंची शिव की मूर्ति अरब सागर के तट पर कर्नाटक में बनी है. इसे मुरुदेश्वरा कहते हैं. यहां भगवान शिव की बैठी हुई मुद्रा है. इस मूर्ति की ऊंचाई 37 मीटर यानी लगभग 123 फीट है. तीन ओर से पानी से घिरा मुरुदेश्वर मंदिर भगवान शिव को समर्पित है. यहां भगवान शिव का आत्मलिंग स्थापित है, जो रामायण काल से संबंधित है.
3) मंगल महादेव, मॉरिशस- 108 फीट
मॉरिशस में भगवान शिव का एक विशाल मंदिर झील के किनारे बना हुआ है. यहां पर भगवान शिव की खड़ी मुद्रा में मूर्ति है। यह मूर्ति 108 फीट ऊंची है.
4) हर की पौड़ी, हरिद्वार- 100 फीट
हरिद्वार में गंगा नदी के तट पर हर की पौड़ी के पास शिव की एक विशाल मूर्ति है. यहां भी शिव खड़ी मुद्रा में हैं और इस प्रतिमा की ऊंचाई 100 फीट है. बताया जाता है कि यह घाट विक्रमादित्य ने अपने भाई भतृहरि की याद में बनवाया था. घाट पर हर शाम हजारों दीपकों के साथ गंगा आरती होती है.
5) शिवगिरि महादेव, कर्नाटक- 85 फीट
कर्नाटक के शिवपुर में शिवगिरि महादेव की विशाल मूर्ति लगभग 85 फीट ऊंची है. यह बीजापुर जिले में है. यह प्रतिमा 2011 में स्थापित की गई है.