महिला दिवस पर बीजेपी कार्यालय में धरने पर बैठ गयीं महिला अभ्यर्थी
प्रदेश में शिक्षकों की अत्यंत कमी है. लेकिन प्रदेश सरकार का इस तरफ कोई ध्यान नहीं है. आज माहिला दिवस पर 2018 शिक्षक भर्ती के लिए पास होने के बावजूद नियुक्ति पत्र नहीं मिलने से नाराज महिला अभ्यर्थी आज भाजपा दफ्तर परिसर में धरने पर बैठ गयीं. इस दौरान महिला अभ्यर्थियों ने जमकर नारेबाजी भी की. नियुक्ति पत्र की मांग करते हुए महिला अभ्यर्थियों ने राज्य सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द से जल्द उनकी नियुक्तियां नहीं की गईं तो वे प्रदेशभर में आंदोलन करेंगी.
इस दौरान शिक्षक भर्ती पास महिला अभ्यर्थियों ने ‘मामा शिवराज भांजियों की मेहनत का फल दे!’ का नारा लगाया. महिलाओं का कहना है कि वो योग्य हैं. तमाम टेस्ट भी पास कर चुकी हैं. लेकिन प्रदेश सरकार नियुक्ति पत्र नहीं दे रही है.
वहीं, इस मामले को लेकर भाजपा कार्यालयीन मंत्री राघवेन्द्र शर्मा का कहना है कि अब तक इन अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र मिल जाना चाहिए. लेकिन बीच में कांग्रेस सरकार आ गई थी, इसलिए नियुक्ति प्रक्रिया में देरी हो रही है.
आखिर क्या है पूरा मामला?
मध्य प्रदेश के विभिन्न प्राथमिक स्कूलों में 30 हजार से ज्यादा शिक्षक पदों पर भर्ती होनी थी. इन पदों पर अभ्यर्थियों का चयन टीईटी परीक्षा के आधार पर किया जाना था. जिसके तहत 15 हजार पदों पर नियुक्तियों की प्रक्रिया 1 जुलाई 2020 से शुरू की गई थी. लेकिन बाद में परिवहन की समस्या बताकर भर्ती प्रक्रिया रोक दी गई.
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के विभिन्न प्राथमिक स्कूलों में 70 हजार से ज्यादा शिक्षकों के बाद खाली हैं. 2018 के बाद से ही अभी तक इन पदों पर नियुक्तियां नहीं की गईं हैं.