डाबर और पतंजलि अब दिखेंगे ग्वालियर-चंबल में
ग्वालियर: डाबर और पतंजलि जैसी कंपनियों ने ग्वालियर-चंबल अंचल में फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाने में रुचि दिखाई है. इन कंपनियों को शहद, आलू, टमाटर और अमरूद से उम्मीद है. कंपनियों ने किसानों को सीधे उनसे जुड़ने को कहा है. ताकि उनके उत्पाद खरीदे जा सकें. शुक्रवार को यहां केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय, राज्य शासन, एसोचैम और इन्वेस्ट इंडिया की संयुक्त भागीदारी में हुए शिखर सम्मेलन में नेशनल एग्रीकल्चर कोआपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (नाफेड) ने मुरैना के शहद उत्पादक समूह के साथ एमओयू साइन किया है.
सम्मेलन का वर्चुअल शुभारंभ केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि ग्वालियर-चंबल फूड प्रोसेसिंग इकाईयों की स्थापना के लिहाज से काफी संभावनाओं वाला है. यहां बड़ी कंपनियां यूनिट खोलेंगी तो इससे स्थानीय छोटे, मझोले किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी. यहां यूनिट लगाने वाली कंपनियों को केंद्र और राज्य सरकार की ओर से हरसंभव मदद दी जाएगी. आत्मनिर्भर पैकेज के तहत भारत सरकार फूड प्रोसेसिंग की 10 हजार छोटी इकाईयों की स्थापना में मदद करेगी.