कैडबरी चॉकलेट के रैपर में सप्लाई हो रही थी अफीम
बेतुल: एमपी के बैतूल जिले में कैडबरी चॉकलेट के रैपर में अवैध मादक पदार्थ अफीम भरकर बेचने वाले दो तस्करों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इनके पास से दो करोड़ रुपये की 5 किलो 6 सौ ग्राम अफीम बरामद की है, अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत दो करोड़ रुपये बताई जा रही है. यह अफीम चॉकलेट के रैपर में बेची जाती थी.
दरअसल, कैडबरी चॉकलेट के रैपर में अफीम भर कर ग्राहकों तक पहुंचाते थे. इससे किसी को शक नहीं होता था. पुलिस भी पहले इसे देख कर चौंक गई थी. बैतूल एसपी सिमाला प्रसाद ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी की एक क्रिस्टा वाहन से अफीम ले जाई जा रही है. इस सूचना पर पुलिस की एक टीम गठित कर वाहनों की चेकिंग की गई. तभी एक सफेद कलर की इनोवा में रखे बॉक्स में चॉकलेट निकली और जब इस चॉकलेट को खोलकर देखा तो उसमें अफीम भरी हुई थी.
मिठाई की दुकान चलाता है तस्कर
दरअसल गिरफ्तार तस्कर मग सिंह राजपुरोहित का बैतूल के मुलताई में मिष्ठान भंडार है. अपने साथ सुरेश पवार के साथ मिलकर वह अफीम की तस्करी करता है. चॉकलेट रैपर में पैक अफीम को वह ग्राहकों तक पहुंचाता था. पुलिस ने उसकी गाड़ी से 3 कॉर्टन अफीम जप्त की है. इसके साथ ही पूछताछ के दौरान उसके मिष्ठान भंडार और गोदाम से 2 किलो 600 ग्राम अफीम बरामद की गई है. मगसिंह ने पुलिस को बताया कि अफीम एमपी और राजस्थान की सीमावर्ती इलाके से लाता था. इसकी बिक्री बैतूल में करता था.
ड्रग पैडलर से सीखा तरीका
तस्कर मगसिंह ने चॉकलेट रैपर में अफीम बेचने का तरीका ड्रग पैडलर से सीखा है. एक चॉकलेट की कीमत तीन हजार बताई जा रही है, इसमें 10 से 13 ग्राम तक अफीम भरी जाती थी। पुलिस मगसिंह की कॉल हिस्ट्री भी निकाल रही है कि वह किसको अफीम बेचता था. खरीदारों की भी तलाश जारी है, पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ धारा 8/18 एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है और अफीम के साथ वाहन भी जप्त किया गया है. पुलिस दोनों आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है.