चाइल्ड पोर्नोग्राफी देखी तो जेल की रोटी खानी पड़ेगी
अगर आप अपने फ़ोन या कंप्यूटर पर चाइल्ड पोर्नोग्राफी से जुड़ी सामग्री देखते हैं तो सतर्क हो जाइए. अब आप भी इसके जरिए पुलिस की गिरफ्त में आ सकते हैं. अगर हम राजधानी भोपाल समेत इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर की बात करें तो आंकड़े चौंकाने वाले हैं. यहां एक एज ग्रुप के लोगों ने अपने मोबाइल, कम्प्यूटर से जमकर चाइल्ड पोर्नोग्राफी की सामग्री पोस्ट की है और देखी भी है. ऐसे कुछ लोग साइबर क्राइम सेल की पकड़ में आ चुके हैं.
पिछले साल के दर्ज मामले
भोपाल- 2667
इंदौर- 1326
जबलपुर- 183
ग्वालियर- 130
ग्वालियर में 6 लोग जेल भी गए हैं
चाइल्ड पोर्नोग्राफी को रोकने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों की साइबर सेल को अहम जिम्मेदारी सौंपी है. ग्वालियर जोन साइबर सेल के पुलिस अधीक्षक सुधीर अग्रवाल के मुताबिक ऐसे 129 लोगों पर केस दर्ज किए हैं, जिन्होंने मोबाइल या कम्प्यूटर पर चाइल्ड पोर्नोग्राफी से जुड़ी सामग्री देखी और उसे शेयर किया. ऐसे 6 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा गया है. यह कार्रवाई साइबर सेल की ट्रिपलाइन चाइल्ड विंग ने की है. आकड़ा ग्वालियर में भले ही कम नजर आ रहा है. लेकिन राज्य में इसकी संख्या बहुत ज्यादा है.
चाइल्ड पोर्नोग्राफी लिंक पर किया क्लिक तो ऐसे आएंगे गिरफ्त में
एसपी सुधीर अग्रवाल का कहना है कि अगर किसी के फोन पर किसी भी माध्यम से चाइल्ड पोर्नोग्राफी से जुड़ी लिंक आती है, या कोई व्यक्ति किसी इंटरनेट मीडिया प्लेटफॉर्म में आपत्तिजनक सामग्री सर्च करता है, या अनजाने में भी उस लिंक पर क्लिक करता है, तो उसकी जानकारी साइबर सेल के पास पहुंच जाती है.
साइबर पुलिस आइपी एड्रेस और मोबाइल नंबर के जरिए उस तक पहुंच जाती है. साइबर विशेषज्ञों की मानें तो चाइल्ड पोर्नोग्राफी उपयोगकर्ताओं से जुड़ी जानकारी फेसबुक के मुख्यालय से भारत सरकार को मिलती है. यहां फेसबुक ने अपने सर्वर में फिल्टर लगाया है, जो हर यूजर के खाते की मॉनिटरिंग करता है. साइबर सेल को चाइल्ड पोर्नोग्राफी की सर्वाधिक शिकायतें फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप यूजर्स की मिल रही हैं.