मध्य प्रदेश में उपचुनाव की घोषणा से पहले 90 एएसपी और डीएसपी के तबादले
भोपाल। मध्य प्रदेश में 28 सीटों पर होने वाले उपचुनाव की घोषणा से पहले शिवराज सरकार ने प्रदेश में 90 एएसपी और डीएसपी लेवल के अफसरों के तबादले कर दिए है। जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश में उप चुनावों की घोषणा 29 सितंबर के बाद होगी। छह महीने पहले बनी शिवराज सरकार ने पहली बार पुलिस विभाग में इतने बड़े पैमाने पर एएसपी, डीएसपी और एसडीओपी अफसरों को इधर से उधर भेजा है। 90 अफसरों में 19 एएसपी शामिल हैं।
सरकार कलेक्टर-एसपी के सहारे जीतना चाहती है चुनाव
मध्य प्रदेश कांग्रेस मीडिया सेल के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि मध्य प्रदेश की सौदे से बनी सरकार अपने अस्तित्व को बचाने के लिए कैसे-कैसे हथकंडे अपना रही है। इसका प्रमाण है सरकार की तबादला सूची। जैसे ही सरकार को यह पता चला कि चुनाव आयोग प्रेस ब्रीफिंग करने वाला है और किसी भी क्षण उपचुनाव घोषणा हो सकती है उसके ठीक 10 मिनट पहले लगभग पुलिस अधिकारियों के तबादले कर दिए गए हैं।
जेल विभाग के बाद अब गृह-विभाग की ट्रांसफर लिस्ट में गफलत
कुछ दिन पहले ही जेल विभाग ने एक मृतक प्रहरी का कर तबादला कर दिया था, अब गृह-विभाग ने तकरीबन एक साल पहले जा चुकी बैरसिया एसडीओपी का तबादला कर दिया है। आज जारी हुई एसडीओपी-डीएसपी की लिस्ट में 40 नंबर पर डीएसपी नीतू ठाकुर (बैरसिया एसडीओपी) का नाम है। जबकि डीएसपी नीतू ठाकुर के बाद कई महीने बैरसिया एसडीओपी रहे प्रशिक्षु आईपीएस अंकित जायसवाल, फिर माणक मनी कुमावत औऱ वर्तमान में बैरसिया एसडीओपी केके वर्मा हैं।
इमरती के कलेक्टर वाले बयान को कांग्रेस ने याद दिलाया
कांग्रेस प्रदेश की जनता को याद दिलाना चाहती है कि आज से कुछ दिन पूर्व सरकार की मंत्री इमरती देवी ने कहा था 8-10 सीटें तो हम कलेक्टर से ही जितवा लेंगे।आज आज इसी बदनीयत से भरी सरकार.द्वारा आचार संहिता लगने की आशंका में जो ट्रांसफर किए गए हैं वह इसी नीयत की तरफ इशारा करते हैं। कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि यह सारे तबादले निरस्त किए जाएं। चुनाव आयोग के सम्मुख भी हम इसका रिप्रेजेंटेशन करेंगे। अगर अदालत में भी जाना पड़ा तो जाएंगे।