Corona VirusMadhya Pradesh

अपर आयुक्त की बेटी की शादी में शामिल 80 लोग कोरोना पॉजिटिव

जबलपुर।नगर निगम के अपर आयुक्त राकेश अयाची के घर हुई हाई प्रोफाइल शादी का मामला कोरोना के बढ़ते मरीजों के कारण अब कोर्ट तक पहुंच गया है। इसका कारण अपर आयुक्त की बेटी की शादी में कोरोना महामारी की गाइड लाइन की धज्जियां उड़ाते हुए पांच सितारा होटल में तीन सौ से अधिक लोग जुटे थे।
जिसमें ब्यूरोक्रेट से लेकर नेता सभी शामिल हुए। जिन लोगों को जनता को कोरोना महामारी के खतरे से बचाना था वो ही खतरे को दरकिनार कर खुद खतरे से खेल रहे थे। जिसके कारण इस शादी में शामिल 80 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं जिनमें अपर आयुक्त महोदय भी शामिल हैं।


मामले ने जब मीडिया में तूल पकड़ा तो डीएम के निर्देश पर आयुक्त राकेश अयाची पर महामारी एक्ट के तहत मुकदमा भी दर्ज करा दिया। लेकिन सबसे बड़ी मुश्किल यह है कि इस शादी में शामिल हुए लोगों की कांटेक्ट ट्रेसिंग करने में स्वास्थ्य महकमें को पसीने छूट रहे हैं और मामले बढ़ते जा रहे हैं।

कांटेक्ट हिस्ट्री को ट्रेस करने में छूटे पसीने

हाई प्रोफाइल शादी की वजह से कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ़्तार और ट्रेसिंग ना हो पाने को लेकर अब शहर के आरटीआई एक्टविस्ट ने कोर्ट में जनहित याचिका दायर करते हुए इस शादी की ज्यूडिशियल जांच की मांग कर दी है। शादी में सम्मिलित हुए करीब 80 से ज्यादा लोग अब तक कोरोना संक्रमित मिलने के बाद सभी की कांटेक्ट हिस्ट्री खोजने में प्रशासन के पसीने छूट रहे हैं।

याचिकाकर्ता की मांग


याचिकाकर्ता अखिलेश त्रिपाठी ने इस याचिका के माध्यम से यह दलील पेश की है कि ‘जिनके हाथों में कोरोना के रोकथाम के जिम्मेदारी थी उन्होंने ही इस रफ्तार दे दी. तमाम बड़े अधिकारी और राजनेता हुए थे शामिल जिस शादी समारोह में नियमों की धज्जियां उड़ी उस समारोह में शायद ही कोई ऐसा वरिष्ठ अधिकारी था जिसनें शिरकत ना की हो’। उनका आरोप है कि मीडिया के दबाव के बाद 14 जुलाई को इस मामले में मामूली धाराओं के तहत FIR जरुर दर्ज हुई लेकिन उसके बाद पूरा मामला ठंडे बस्ते में जाता दिख रहा है. जनहित याचिका के माध्यम से यह मांग की गई है कि शादी समारोह के सीसीटीवी फुटेज और वीडियो रिकॉर्डिंग को सीज किया जाए और जांच की जाए कि आखिर किन-किन नियमों को ताक पर रखकर इतना बड़ा शादी समारोह आयोजित किया गया।