70 वर्षीय विधवा महिला ने सुनाई कलेक्टर को अपनी कहानी फिर उसके बाद जो हुआ……
ग्वालियर: साहब दूसरे के द्वारें पानी भर-भरकें मैं बूढ़ी हो गई है. मेरे घर पानी नहीं आता है. लगभग 70 वर्षीय विधवा महिला लाजवंती जाटव ने जब जन-सुनवाई में कलेक्टर को अपनी व्यथा सुनाई तो कलेक्टर ने लाजवंती के घर एक घंटे में नल कनेक्शन लगाने के निर्देश दिये. साथ ही लाजवंती को शासकीय गाड़ी से उसके घर ले जाकर उसके सामने नल कनेक्शन लगवाया. कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह द्वारा किए गए त्वरित न्याय को पाकर लाजवंती की खुशी का ठिकाना नहीं रहा और वह खुश होकर कलेक्टर को शत-शत प्रणाम कर धन्यवाद दे रही हैं.
उल्लेखनीय है कि जन-सुनवाई में बुजुर्ग महिला लाजवंती पहुँची और आवेदन लेकर अपनी सुनवाई का इंतजार कर रही थी. कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह सभी आवेदकों से मिलते हुए जब लाजवंती के समीप पहुँचे तो लाजवंती ने कहा कि साहब पानी के लिये भटक-भटककर मैं बूढ़ी हो गई हूं. मेरे घर भी पानी का कनेक्शन करवा दीजिये. कलेक्टर ने जन-सुनवाई से ही नगर निगम के अधीक्षण यंत्री श्री आर एल एस मौर्य को फोन किया और पूछा कि घर पर नल कनेक्शन के कितने पैसे लगते हैं. उनके द्वारा बताया गया कि 1700 रूपए जमा करने पर नल कनेक्शन की सुविधा उपलब्ध होती है.
कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने आगे पूछा कि अगर कलेक्टर कहे तो कितनी देर में नल का कनेक्शन हो जायेगा. अधीक्षण यंत्री श्री मौर्य ने कहा कि एक घंटे के अंदर कनेक्शन की कार्रवाई प्रारंभ कर कनेक्शन दे दिया जायेगा. उन्होंने जन-सुनवाई में उपस्थित जनसंपर्क अधिकारी श्री मधु सोलापुरकर को अपनी गाड़ी से लाजवंती को ले जाकर नल कनेक्शन कराने को कहा. जनसंपर्क विभाग की गाड़ी में लाजवंती को बिठाकर उसके घर ले जाया गया और अधीक्षण यंत्री श्री आर एल एस मौर्य भी अपने दल के साथ पहुँचे मामा का बाजार स्थित हैदरगंज में लाजवंती के घर नल कनेक्शन की कार्रवाई प्रारंभ कर कुछ ही घंटे में लाजवंती को मिला खुद का नल कनेक्शन.
पीएचई अमले ने लाजवंती के घर पर एक नहीं बल्कि दो कनेक्शन किए. एक कनेक्शन पुरानी लाईन में जिससे वर्तमान में पेयजल सप्लाई हो रहा है और दूसरा कनेक्शन अमृत परियोजना के तहत डाली गई नई लाईन से जिसे अभी पूरानी लाईन से नहीं जोड़ा गया है. इसके साथ ही पीएचई विभाग द्वारा तत्काल उसके कनेक्शन की स्वीकृति का पत्र भी सौंपा गया. लाजवंती को अब अपने घर पर ही पानी मिल रहा है.