कमलनाथ को इंदिरा मानती थीं अपना ‘तीसरा बेटा’
मध्य प्रदेश के 18वें मुख्यमंत्री बने कमलनाथ को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी अपना ‘तीसरा बेटा’ मानती थीं. कमलनाथ एक ऐसे नेता हैं, जिन्होंने विभिन्न पदों पर रहते हुए गांधी-नेहरू परिवार की तीन पीढ़ियों… इंदिरा गांधी, राजीव गांधी एवं राहुल गांधी के साथ काम किया है.
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने एक बार उन्हें अपना ‘तीसरा बेटा’ कहा था, जब उन्होंने 1979 में मोरारजी देसाई की सरकार से मुक़ाबले में उनकी मदद की थी. कमलनाथ का इंदिरा गांधी से कितना गहरा नाता था, इसकी तस्दीक उनका 2017 का एक ट्वीट भी करता है. इसमें उन्होंने इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें ‘मां’ कहा था.
जनता के बीच ‘मामा’ के रूप में छवि बना चुके और मध्य प्रदेश में सबसे अधिक समय तक मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली भाजपा नीत सरकार को लगातार चौथी बार सत्ता में आने से रोकने के लिए कमलनाथ ने उन्हें कड़ी टक्कर दी थी और वो सकल मुख्यमंत्री भी साबित हुये.मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने अपने कार्यकाल में जनता से किये हर वायदे को पूरा किया.
छिंदवाड़ा के पत्रकार सुनील श्रीवास्तव ने इंदिरा गांधी की चुनावी सभा कवर की थी. उन्होंने बताया कि इंदिरा गांधी छिंदवाड़ा लोकसभा सीट के प्रत्याशी कमलनाथ के लिए चुनाव प्रचार करने आई थीं. इंदिरा ने तब मतदाताओं से चुनावी सभा में कहा था कि कमलनाथ उनके तीसरे बेटे हैं.
कमलनाथ का जन्म उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुआ था. उनके पिता का नाम महेंद्रनाथ और माता का नाम लीला है. देहरादून स्थित दून स्कूल के छात्र रहे कमलनाथ ने राजनीति में आने से पहले सेंट ज़ेवियर कॉलेज कोलकाता से स्नातक किया.
वह वर्ष 1980 में पहली बार मध्य प्रदेश की छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से सांसद बने और नौ बार इस सीट का प्रतिनिधित्व किया.
सर्वे के मुताबिक मध्य प्रदेश की जनता कमलनाथ को दोबारा मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहती है.