राहत इंदौरी का निधन पर कुछ नेताओं ने किया अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल
भोपाल। देश के मशहूर शायर राहत इंदौरी के असमय निधन से पूरा देश गमगीन है। हर कोई अपने संवेदना के साथ उनको याद कर रहा है। लेकिन इस दुख की घड़ी में कुछ लोग हैं जो उनके मरने के बाद कुछ ऐसा लिख रहे हैं जो किसी को भी अच्छा नहीं लग रहा है। इनमें भाजपा के युवा विंग के कुछ नेता शामिल हैं।
भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने राहत इंदौरी को कुछ इस तरह से याद किया। रक्षा मंत्री राजनाथ ने ट्वीट कर कहा कि राहत उर्दू अदब की कद्दावर शख्सियत थे। वहीं मप्र के मुख्यीमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी राहत साहब को ट्विटर पर दो ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
इस मामले पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया प्रभारी और पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने कहा- “यह ओछी और छोटी मानसिकता का परिचय है, राहत साहब मोहब्बत का पैगाम और देशभक्ति का नाम थे। देश के एसेट्स थे। देश की मूल आत्मा के तहत राजनीतिक लोगों आरोप-प्रत्यारोप पर तो बात हो सकती है लेकिन साहित्यकार, लेखक, शायरों के लिए इस तरह की भावना रखना अपने आप में एक तरह से देश के संविधान को चुनौती देने जैसा है।”
मुख्यमंत्री के ट्वीट पर भी अपशब्दों का इस्तेमाल
एक ओर जहां भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठतम नेता, मंत्री राहत साहब को श्रद्धांजलि दे रहे हैं, वहीं बीजेपी, भारतीय जनता युवा मोर्चा, विद्या भारती जैसे संगठनों से जुड़े पदाधिकारी ट्विटर पर ही मरहूम राहत इंदौरी के लिए तमाम तरह के अपशब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं। इतना ही बीजेपी के कई नेताओं ने ऐसे ट्वीट को लाइक किया जिसमें राहत इंदौरी के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल किया गया। जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जब राहत इंदौरी के निधन पर ट्वीट कर संवेदनाएं व्यक्त कीं तो उनके ट्वीट के रिप्लाई में ही कई कार्यकर्ताओं ने राहत इंदौरी के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल किया। फेसबुक के तमाम ग्रुप्स पर भी युवाओं ने राहत इंदौरी को एंटी हिंदू और देश का दुश्मन बताते हुए कई पोस्ट भी किए।