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modiresign को क्यों किया फेसबुक ने ब्लॉक, क्या इसमें है केंद्र सरकार की चाल?

एक शुरूआत हमने की थी,

चीखों और दर्द की शुरुआत तुमने की,

नहीं भूलेगा ये देश, खुलेगी आँख शिव की मचेगा अब तांडव........

2014 में 16 मई को भारत की जनता ने लोकसभा चुनाव में बीजेपी को पूर्ण बहुमत दिया था. बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार और तब के गुजरात के मुख्ययमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम की ऐसी लहर चली की लगभग 30 साल बाद केंद्र में किसी पार्टी को पूर्ण बहुमत मिली थी. 24 मई को नरेंद्र दामोदर दास मोदी ने भारत के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. भारत की जनता को लगा अब देश को ऐसा प्रधानमंत्री मिला है जो जनता की सुनेगा, समझेगा और भविष्य को बेहतर बनायेगा. लेकिन सत्ता जब मुँह लग जाती है तो हर किसी का ईमान डोल जाता है और ऐसा साफ तौर पर दिख रहा है. किसी ने सही कहा है की अगर इंसान की परख करनी है तो बुरे समय पर करो की वो आपके साथ खड़ा है या नहीं. जनता ये सोचते सोचते थक गयी की अब उनका नेता उनके लिये कुछ करेगा लेकिन नेता तो रैलियां और सत्ता के मोहजाल में फंसा है वो भूल गया है की समय बहुत बलवान होता है जिसने गद्दी पर बैठाया है वही गद्दी से गिरा भी सकता है.

भाजपा सरकार बोले आँख मूँद रखना है मेरा परमो धर्म:

कोरोना वायरस की दूसरी लहर का भारत में प्रकोप जारी है. भारत में कोरोना वायरस की स्थिति को सही तरीके से हैंडल नहीं करने को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की जमकर आलोचना हो रही है और होनी भी चाहिये. शमशानों में अंतिमसंस्कार के लिये घंटो वेटिंग चारों तरफ हाहाकार, चीख पुकारे कलेजा चीर देती हैं. मजदूरों का पलायन हो, किसान आत्महत्या हो, ऑक्सीजन वेंटीलेटर की कमी से लोगों की मौत हो अगर ये सब देख भी दिल नहीं पसीजता तो आपको इंसान योनि में जन्म लेने का कोई अधिकार नहीं.

जनता का अब हल्ला बोल

फेसबुक, ट्विटर सहित कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ‘PM मोदी इस्तीफा दो’ हैशटैग चलाया जा रहा है. भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस्तीफे का आह्वान करने वाले इस हैशटैग #ResignModi को फेसबुक ने कुछ समय के लिए ब्लॉक कर दिया था. फेसबुक ने हैशटैग को ब्लॉक करते हुए 12 हजार से अधिक ऐसे पोस्ट को डाउन भी किया, जिसमें पीएम मोदी के इस्तीफे की मांग की गई थी और सरकार की आलोचना हुई थी.
‘पीएम मोदी इस्तीफा दो’ इस हैशटैग को आखिर क्यों ब्लॉक किया गया था? के केंद्र सरकार जनता की शक्ति से डर गयी थी या कुछ ना कर पाने की असमंजसता थी. इसपर फेसबुक ने यह कहने से इनकार कर दिया कि क्या कार्रवाई हुई है और क्यों एक्शन लिया गया है.

भाजपा सरकार जनता के इस रौद्र रूप से काफी हद तक परिचित हो चुकी है क्योंकि शुरुआत हो चुकी है अब अंत होगा नरेंद्र मोदी जैसे हिटलर तानाशाह का…….